– न्यायिक कर्मचारी की बहन की शिकायत पर भांकरोटा थाने में मामला दर्ज
जयपुर. एनडीपीएस कोर्ट के जज एस छालाना और उनके परिवार पर हत्या का मामला दर्ज हुआ है। 10 नवंबर को जज के घर की छत पर न्यायिक कर्मचारी की जली हुई लाश मिली थी। न्यायिक कर्मचारी की बहन की शिकायत पर रविवार रात भांकरोटा थाने में मामला दर्ज किया गया। मृतक सुभाष मेहरा की बहन मुन्नी देवी ने रिपोर्ट में बताया भाई छह महीने से एनडीपीएस कोर्ट के जज के घर पर रह रहा था। जज और उनकी पत्नी सुभाष से नौकर की तरह काम करवाते थे। उसे इस काम के लिए डराया और धमकाया जाता था। मृतक सुभाष और उनकी पत्नी से काफी परेशान था। जज और उनकी पत्नी न तो घर जाने देते थे, न ही परिवार से संपर्क करने देते थे। घटना से 6-7 दिन पहले सुभाष परेशान होकर घर लालवास जयसिंहपुरा खोर लौट आया था। दो-तीन दिन बाद ही सुभाष चौक थाने से पुलिसकर्मी घर आए। जबरन उसे जज के घर ले जाने लगे। परिवार वालों ने कहा वह बीमार है। उसके बाद भी पुलिसकर्मी जबरन लेकर गए। कुछ ही देर बाद एक पुलिसकर्मी उनके घर दोबारा आया। सुभाष के कपड़े लेकर गया। मुन्नी देवी ने आरोप लगाया कि 10 नवंबर की सुबह 10 बजे एक पुलिस वाला मेरी बहन संगीता के घर मेहरों के बाग में पहुंचा। उससे कहा सुभाष मेहरा की तबीयत ज्यादा खराब है। हमारे साथ चलो। जिस पर जीजा अनिल, बहन और बड़ा भाई सुनील पुलिस वालों के साथ जज के घर गए। जज के घर जीजाजी और घरवालों से पूछताछ की। फिर परिवार को घर की छत पर लेकर गए। खिड़की से छत पर दिखाया। सुभाष जला हुआ छत पर पड़ा था। उसके पेट की आंत बाहर निकली हुई मिली। मेरे भाई सुभाष मेहरा की जज और उनके घरवालों ने मिलकर हत्या कर दी। सुभाष मेहरा का शव मिलने के बाद से प्रदेश भर के न्यायिक कर्मचारी सड़कों पर उतरे हुए थे। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि सीबीआई से जांच करवाई जाए। परिवार को सहायता दी जाए। मामले में सोमवार को भी कोटा में न्यायिक कर्मचारियों ने अदालत चौराहे से भीतरिया कुंड तक करीब 10 किमी तक वाहन रैली निकाली। इस दौरान नारेबाजी की। कोटा में 30 नवंबर से कर्मचारियों ने काम बंद कर रखा है।

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