जयपुर। राजस्थान सरकार के एमएसएमई के अतिरिक्त मुख्य सचिव, राजीव स्वरूप ने कहा कि इंटेलेक्च्युअल प्रोपर्टी राइट्स (आईपीआर) वह विषय है, जो आज के समय में बहुत महत्वपूर्ण व प्रासंगिक है, इसलिए इसके बारे में जागरूकता पैदा किए जाने की आवष्यकता है। वे आज जयपुर में फैडरेषन आॅफ इंडियन चैम्बर्स आॅफ काॅमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की ओर से इंटेलेक्च्युअल प्रोपर्टी के बारे में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। होटल रमाडा में यह कार्यक्रम इंटेलेक्च्युअल प्रोपर्टी आॅफिस (आईपीओ) एवं भारत सरकार के उद्योग व वाणिज्य विभाग के सहयेाग से आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि बड़े उद्यमों की ओर से तो लीगल सैल्स शुरू किए जा चुका हैं, लेकिन मध्यम व छोटे उद्यमों को इन अधिकारों के बारे में जानकारी नहीं है, जिससे वे इसका लाभ नहीं ले पा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज के दौर में सब कुछ तकनीक के जरिए हो रहा है, और समाज के अत्यंत प्रतिस्पर्धा है, इसलिए नवाचारों को सुरक्षित किए जाने की अत्यंत आवष्यकता है। एमएसएमई को आईपीआर के उपयोग में प्रभावी ढंग से सक्षम बनाने के लिए भारत सरकार की ओर से सुविधाजनक ढांचा बनाया गया है और कई योजनाएं भी शुरू की गई हैं। श्री स्वरूप ने जानकारी दी कि राजस्थान की एमएसएमई नीति को देश में सबसे अच्छा माना जाता है।
फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल के सदस्य व महिंद्रा वल्र्ड सिटी के सीओओ, संजय श्रीवास्तव ने कहा कि आईपीआर व्यापार को बढ़ाने एवं उद्यमियों को अवसर प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने आईपी के बारे में जागरूकता उत्पन्न करने में फिक्की की ओर से निभाई जा रही सक्रिय भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने जानकारी दी कि फिक्की की ओर से एक आईपी एजुकेषन सेंटर चलाया जा रहा है और आईपी प्रोफेषनल्स का पूल विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।

LEAVE A REPLY