नई दिल्ली। हिंदू आतंकवाद को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बार इस विवाद को हवा दी हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज ने। अनिल विज ने तत्कालिन यूपीए सरकार पर हिंदू आतंकवाद शब्द को गढऩे का आरोप लगाया और कहा कि हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सका।

विज समझौता एक्सप्रेस में वर्ष 2007 में हुए ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार हुए 2 पाक नागरिकों को 14 दिन के भीतर ही छोड़ देने के मामले में हुए खुलासे के बाद एक चैनल को अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। हालांकि उनकी इस प्रतिक्रिया के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता माने जाने वाले दिग्विजय सिंह ने जवाब देकर विवाद में आग में घी डालने का काम किया। दिग्विजय सिंह ने कहा कि संघी आतंकवाद होता है।

इससे पहले विज ने कहा कि जिन पाकिस्तानी नागरिकों को पकड़ा गया उन्हें छोड़ दिया गया। जबकि हिंदूस्तान के लोगों को पकड़कर हिंदू आतंकवाद का नाम दे दिया गया। यह सब कांग्रेस का घालमेल और खेल था। सरकार के इशारे पर ही उन्हें छोड़ा गया। इस षडयंत्र के पीछे मकसद यह दर्शाने का था कि हिंदुस्तान में हिंदू आतंकवाद है। सही मायने में तो हिंदू आतंकवाद होता ही नहीं है। यदि हिंदू आतंकवादी होता तो भी तो समूची दुनिया से आतंकवाद का अब तक खात्मा हो गया होता। जो भी आतंकी हमले सामने आए, उनमें मुस्लिमों के शामिल होने से कांग्रेस सरकार हिंदू आतंकवाद खड़ा करना चाहती थी। बता दें एक चैनल ने खुलासा किया कि समझौता ब्लास्ट में पुलिस की गिरफ्त में दो पाकिस्तानी नागरिक पकड़े गए। उन्हें 14 दिन बाद ही छोड़ दिया गया। जांच में उनके अवैध रुप से भारत में रहने व इस मामले में उनकी लिप्ता के सबूत मिले। इस मामले से जुड़े अधिकारियों ने कोर्ट में दिए गए बयान के हवाले से कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर ही ऐसा कार्य किया गया।

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