नई दिल्ली। एक ओर जहां पाकिस्तान कुलभूषण जाधव के मामले में अंतर्राष्ट्रीय कानूनों को दरकिनार कर रहा है। वहीं भारत ने अपने पड़ौसी देश के प्रति दरियादिली दिखाते हुए 11 कैदियों को रिहा कर दिया। इन सभी 11 कैदियों को सोमवार को वाघा बॉर्डर के जरिए अपने वतन वापस भेजा गया। जिससे इन 11 कैदियों को अपने वतन जाकर परिवार से मिलने का सपना पूरा हुआ। अधिकारियों ने इसे जहां गुडविल जेस्चर करार दिया, वहीं पाकिस्तान की ओर से इस मामले में बयान आया कि इन सभी कैदियों ने अपनी सजा पूरी कर ली है। इसीलिए भारत उन्हें रिहा कर रहा है।

बता दें पाकिस्तान मिलिट्री कोर्ट द्वारा भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद कैदियों को रिहा करने का भारत सरकार का यह पहला और बड़ा फैसला है। इस मामले में अस्ताना में एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों देशों के पीएम के बीच मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद ही भारत का इन कैदियों की रिहाई का फैसला लिया जाना सामने आ रहा है।

भारतीय अधिकारियों ने कहा कि यह एक मानवीय मुद्दा हे और पाकिस्तान भी जाधव के मामले में अपना रुख बदले और जाधव सहित पाक जेलों में बंद भारतीयों की सुरक्षित रिहाई करे। सरकार से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में पाकिस्तान की विभिन्न जेलों में 132 भारतीय कैदी बंद हैं। इनमें 57 ने तो पहले ही अपनी सजा पूरी कर ली है।

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