जयपुर. वैशाली नगर थाने में दुबई के एक व्यापारी ने पिता-पुत्र सहित चार लोगों के खिलाफ साढे 6 करोड़ रुपए की ठगी का मामला दर्ज कराया हैं। कारोबारी महेन्द्र कुमार की दर्ज हुई एफआईआर के अनुसार दिम्बर में जब वित्तिय वर्ष पूरा हुआ तो कम्पनी के कैश के स्टेटमेंट और लेजर चैक किए तो पता चला की कम्पनी के खाते से साढे 6 करोड़ रुपए गायब हैं। पीड़ित ने इस सम्बंध में वैशाली नगर थाने में मोहित और उसके पिता जयपाल सहित घनश्याम और रामलाल के खिलाफ ठगी करने का मामला दर्ज कराया हैं। वैशाली नगर सीआई शिवनारायण यादव ने बताया की परिवादी की ओर से जो शिकायत दी गई उसे दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं। कारोबारी महेन्द्र कुमार की रिपोर्ट के अनुसार उसके वॉल सिटी में रहने वाले उसके पुराने परिचित घनश्याम और रामलाल के कहने पर सीकर के एक लड़के मोहित को वर्ष 2019 में दुबई में नौकरी में रखा। इस दौरान मोहित ने दुबई में काम करने के दौरान अपने पिता जयपाल को भी दुबई बुला लिया। दोनों बाप-बेटे ने कम्पनी में अच्छा काम किया। मोहित का काम इतना अच्छा था की कारोबारी महेन्द्र कुमार ने पूरे साल कैश स्टेटमेंट और लेजर चैक ही नहीं किया करते थे। मोहित ने मन लगाकर काम किया और कारोबारी महेन्द्र कुमार का भरोसा जीत लिया। सेल्स का काम देख रहे मोहित को जल्द ही खुश होकर कारोबारी ने कैश और लेजर के काम पर प्रमोट कर दिया। तीन साल काम करने के बाद मोहित पिछले साल दिसम्बर में अपने पिता के साथ जयपुर आ गया। उसने अपनी दादी की बीमारी का बहाना बनाया। पिता पुत्र के जयपुर आने के बाद दुबई का वित्तिय वर्ष समाप्त होने पर दिसम्बर महीने के अंत में जब महेन्द्र कुमार ने कैश और लेजर संभाला तो उनके होश उड़ गए। कारोबारी महेन्द्र कुमार ने बताया कि आरोपियों ने करीब तीन मिलियन दिरहाम जो कि साढ़े 6 करोड़ भारतीय रुपए होते हैं। इतने रुपए का मोहित ने फ्रॉड कर दिया। जानकारी लगते ही महेन्द्र फ्लाईट लेकर सीधे जयपुर आ गया। उसके बाद कारोबारी ने सबसे पहले अपने परिचित रामलाल और घनश्याम को बुलाया। इनके ही कहने पर मोहित को नौकरी पर रखा गया था। इन लोगों ने मोहित के पिता जयपाल से बात की तो पता चला कि मोहित के पास करीब दो करोड़ रुपए ही बचे हैं। बाकि करीब साढ़े चार करोड़ रुपए मोहित ने बिटकॉइन में लगा दिए। इस पर व्यापारी की ओर से चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया हैं।

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