नई दिल्ली। 30 मई को बेबस एक महिला अपने 9 माह के कलेजे के टुकड़े को सीने से चिपकाए गुरुग्राम के येलो व वायलट लाइन मेट्रो स्टेशन पर पहुंची। इस दौरान स्टेशन पर हजारों की संख्या में लोगों ने उसे देखा। आंखों से लगातार बहते आंसूओं के बीच वह महिला मेट्रो में बैठी। इस दौरान उसके साथ सफर कर रहे लोगों को इस बात का तनिक भी इल्म नहीं हुआ कि जिस बच्ची को उसने सीने से चिपका रखा वह अब इस दुनिया में नहीं रही।

कुछ दरिंदों की हैवानियत ने जहां उसकी मां की अस्मत लूट ली, वहीं अपनी हवस में बाधक बन रही बच्ची को सड़क किनारे फैंक उसकी जान ले ली। लोगों को अंदर तक हिला देने वाली यह खबर जब देश के सामने आई हर कोई खुद को इंसान कहलाने पर शर्मसार महसूस करने लगा। इधर पीडि़ता अभी ट्रोमा में है।

-ससुराल जाना था, दरिंदों के हाथ पड़ गई
इस बर्बरता का शिकार हुई पीडि़ता ने जो बताया उसकी एकाएक कल्पना भी नहीं की जा सकती। पीडि़ता के जीवन में वो वाकया एक काली रात के समान ही प्रतीत हुआ। इस घटना से उबर पाना उसके लिए अब एक चुनौती सा बन गया है। पीडि़ता ने बताया कि उसका पड़ोसियों से झगड़ा हो गया था। इस झगड़े से वह इतनी परेशान हो गई कि 29 मई की रात उसने तुरंत अपने ससुराल वालों के पास जाने के लिए ऑटो लिया। इस ऑटो में पहले से ही दो शख्स बैठे हुए थे। वे उसे सुनसान जगह ले गए और दोनों ने मिलकर उसके साथ घिनौना कृत्य किया। इस दौरान उसकी गोद में नन्हीं सी बच्ची भी थी, जिसे दरिंदों ने उससे छिनकर सड़क पर फैंक दिया। सड़क पर गिरने से नन्हीं सी बच्ची की मौत हो गई।

-डॉक्टर ने भी टरका दिया
दरिंदों ने पीडि़ता के साथ रेप करने के बाद उसे छोड़ भागे तो जैसे-जैसे एक मां सड़क पर बेहाल पड़ी अपनी बच्ची के पास पहुंची। खुद का दर्द भूलकर वह उसे संभालने लगी। जब उसके शरीर में कोई हरकत नहीं हुई तो वह उसे उठाकर गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में ले गई। जहां डॉक्टर उसे बिना संभाले ही टकराते हुए दूसरी जगह जाने की बात कही। इस पर पीडि़ता 30 मई को मेट्रो से गुरुग्राम लौट गई। जहां गुरुग्राम में परिजनों को पूरी बात बताई।

-स्केच जारी किया, एक को हिरासत में लिया
इधर मामला सामने आने के साथ ही पुलिस की टीम मामले की जांच में जुट गई। पीडि़ता के बताए हुलिए के अनुसार आरोपियों के स्केच बनाए। जहां स्केच के आधार पर मानेसर से एक आरोपी को धर लिया गया। वहीं जांच में पुलिस सीआईएसएफ की मदद भी ले रही है। सीआईएसएफ डीआईजी ने बताया कि महिला ने एमजी रोड मेट्रो स्टेशन से मेट्रो पकड़ी थी, लेकिन समय का पता नहीं चल पाया है। सीसीटीवी फुटेज 7 दिन रहते हैं। इसके बाद वे स्वत: ही डिलीट हो जाते हैं। ऐसे में जांच में कुछ बाधा आ रही है।

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1 COMMENT

  1. दरिंदों को सजा मिलनी ही चाहिए
    इंसान नही शैतान है

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