नयी दिल्ली : ई-सिगरेट का इस्तेमाल करने वाले लोगों में धूम्रपान की प्रवृत्ति कम होती जाती है और इस लत से छुटकारा पाने के आसार बढ़ जाते हैं। एक नये अध्ययन में यह बात सामने आयी है। अमेरिका में मेडिकल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैरोलिना (एमयूएससी) से मैथ्यू कारपेंटर ने कहा, ‘‘ज्वलनशील सिगरेट निकोटीन आपूर्ति का सबसे नुकसानदायक रूप होता है। ई-सिगरेट के इस्तेमाल से यह नुकसान काफी कम हो सकता है और धूम्रपान करने वालों में कैंसर तथा अन्य बीमारियों का खतरा भी कम हो सकता है।’’
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने इस अध्ययन को प्रकाशित, वित्त पोषित किया है। कारपेंटर ने इस्तेमाल, उत्पाद वरीयता, धूम्रपान के व्यवहार में बदलाव और निकोटीन के उत्सर्जन के संदर्भ में ई-सिगरेट का मूल्यांकन किया।