अहमदाबाद : पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल से अलग हुए उनके सहयोगी दिनेश बमभानिया ने आज उन पर आरोप लगाया कि उन्होंने गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस से टिकट देने की मांग की थी और इस बारे में अन्य आंदोलनकारियों को अंधेरे में रखा था। पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के भीतर का विरोध गुजरात चुनावों के बाद बढ़ता चला गया।
बमभानिया ने हार्दिक की “शान-औ-शौकत की जिंदगी” पर भी सवाल उठाया और आरोप लगाया कि ‘पास’ से जुड़े कई नेताओं ने दूसरे शहरों में संपत्तियां खरीदी हैं। एक प्रेस सम्मेलन में बमभानिया ने कहा कि कल बोटाड में संस्थान की बैठक में हार्दिक को आना चाहिए और इसपर सफाई देनी चाहिए।