Bundi Bus Grief
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बूंदी (मेज नदी) बस हादसे में मृतकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि राज्य सरकार दुख की इस घड़ी में उन परिवारों के साथ है, जिन्होंने अपनों को खोया है। इतनी बड़ी हृदयविदारक घटना की संवेदना को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। पूरे प्रदेश में शोक की लहर है और इस घटना के बाद हर प्रदेशवासी गमगीन है।
सौम्य को सीने से लगाया
गहलोत शुक्रवार को कोटा में मेज नदी बस हादसे के मृतकों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए आयोजित शोकसभा के दौरान शाब्दिक श्रद्धांजलि व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। अपने माता-पिता, भाई और दादाजी को खो चुके 11 वर्षीय सौम्य के सिर पर उन्होंने आत्मीयता से हाथ रखा और सीने से लगाया। सौम्य अपने नाना के साथ शोकसभा में अपनों को श्रद्धांजलि देने आया था। श्री गहलोत हादसे के अन्य पीड़ित परिजनों से भी मिले और सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि दुःख की इस घड़ी में कोई अपने को अकेला ना समझे।
संभागीय आयुक्त करेंगे जांच, 7 दिन में रिपोर्ट देंगे
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि हादसे की जांच संभागीय आयुक्त कोटा को सौंपी गई है, जो 7 दिन में जांच पूरी कर रिपोर्ट देंगे। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर सरकार आगे निर्णय लेगी। ऎसे कदम उठाये जाएंगे जिनसे भविष्य में इस तरह के हादसों को रोका जा सके।
जिन बच्चों ने माता-पिता को खोया है, उनकी परवरिश में कोई कमी नहीं आने देंगे

श्री गहलोत ने कहा कि जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को खोया है, उनकी पढ़ाई और परवरिश में किसी तरह की कमी नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों को राहत देने के लिए राज्य सरकार ने कई घोषणाएं की हैं। इन घोषणाओं को अमलीजामा पहनाते हुए इस संबंध में सरकार की ओर से आदेश जारी किये जाएंगे ताकि पीड़ित परिवारों को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पडे़।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने शोकसभा में पहुंचकर बस दुखान्तिका के सभी मृतकों की तस्वीरों पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
स्वायत्त शासन मंत्री श्री शांति धारीवाल ने मृतकों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि हाड़ौती ही नहीं पूरे प्रदेश की जनता पीड़ित परिवारों के साथ है। सरकार ने पीड़ित परिवारों को त्वरित सहायता उपलब्ध कराई है। मुख्यमंत्री इस घटना से व्यथित हैं। उन्होंने घटना का पता चलते ही तुरंत जिला प्रशासन को सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश देकर सहायता राशि स्वीकृत की। राज्य सरकार ने मृतकों के आश्रितों को पहले 2-2 लाख रूपये की सहायता राशि दी है। अब 5-5 लाख रूपये प्रति परिवार सहायता और दी जायेगी। इसकी घोषणा राज्य सरकार द्वारा विधानसभा के पटल पर की जा चुकी हैं। उन्होंने राज्य विधानसभा के पटल पर की गई अन्य घोषणाएं भी पढकर सुनाईं।
राज्य सरकार द्वारा की गई अन्य घोषणाएं
• दुर्घटना की जांच संभागीय आयुक्त, कोटा करेंगे और 7 दिन में रिपोर्ट सरकार को प्रस्तुत करेंगे।
• पीड़ित परिवारों के समस्त पढ़ने योग्य बच्चों को पालनहार एवं छात्रवृति योजना का लाभ दिया जाएगा।
• पीड़ित परिवारों के पढ़ने वाले बच्चों को कॉलेज तक की पढ़ाई एवं छात्रावास की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी।
• पीड़ित परिवारों के व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन जैसे वृद्धावस्था एवं विधवा पेंशन योजना का लाभ दिया जाएगा।
• आश्रित परिवारों को पात्रता के अनुसार खाद्य सुरक्षा योजना के तहत लाभ दिया जाएगा।
• मृतक आश्रित बालिकाओं के विवाह पर अनुदान सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी।

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