जयपुर। स्वराज इंडिया दिल्ली में पिछले एक महीने से जवाब दो, हिसाब दो मुहीम चला रही है। 12 फ़रवरी को ऐतिहासिक रामलीला मैदान में स्वराज इंडिया की जवाब दो, हिसाब दो रैली होगी। जिसमें दिल्ली की तीन सरकारों के ख़िलाफ़ स्वराज इंडिया अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली है। स्वराज इंडिया के कार्यकर्ता पूरी दिल्ली में लोगों के घर-घर जाकर संवाद कर रहे हैं, केंद्र, राज्य और नगर निगम की तीनों सरकार के कामकाज का सर्वे कर रहे हैं, लोगों से फ़ीडबैक ले रहे हैं। इस मुहीम के तहत स्वराज इंडिया के वॉलंटियर्स अब तक दिल्ली के 1 लाख से ज़्यादा घरों तक पहुँच चुके हैं। जवाब दो, हिसाब दो सर्वे में दिल्ली सरकार और नगर निगम के कामकाज के बारे में पूछा गया। मात्र 11.6% लोग ही दिल्ली सरकार से ख़ुश हैं, वहीं सिर्फ 8% लोग नगर निगम के काम से ख़ुश हैं। सर्वे में लोगों से यह भी पूछा गया था कि वो अपने काउंसलर, एमएलए और एमपी के काम से ख़ुश हैं या नहीं। 85.8% लोग अपने काउंसलर के काम से ख़ुश नहीं हैं, वहीं 86.2% लोग अपने एमएलए के काम से ख़ुश नहीं हैं। 71.6% लोग अपने एमपी के काम से ख़ुश नहीं हैं, लेकिन 23.9% लोगों को एमपी के काम का ही पता नहीं है। स्वतंत्र सर्वे के नतीजे भी इस बात की पुष्टी करते हैं कि दिल्ली के लोग केंद्र, राज्य और नगर निगम तीनों सरकार के कामकाज से खुश नहीं हैं। स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनुपम ने बताया कि 12 फ़रवरी को ऐतिहासिक रामलीला मैदान में स्वराज इंडिया दिल्ली की तीनों सरकारों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। दिल्ली में तीन सरकार है। स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने दिल्ली के हर आम आदमी से रामलीला मैदान पहुँच कर आंदोलन को मजबूत और कार्यक्रम को असरदार बनाने की अपील की है। ‘जवाब दो हिसाब दो’ रैली में दिल्ली की दशा दिशा और आगे की रूप रेखा पर बात होगी और स्वराज इंडिया के चुनाव अभियान का शंखनाद होगा।

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