नई दिल्ली। आखिरकार गोवा के बाद मणिपुर में भी भाजपा ने सरकार बनाने में सफलता प्राप्त कर ही ली। बुधवार को मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने राजभवन में भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व फुटबॉलर एन. बीरेन सिंह को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। वहीं एनपीपी के वाई.ज्वॉयकुमार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ आठ मंत्रियों ने भी शपथ ली। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नवनियुक्त सीएम नॉन्गोिमबाम बीरेन सिंह को बधाई देते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में मणिपुर विकास के पथ पर अग्रसर होगा। इससे पूर्व 60 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा ने 32 विधायकों के साथ सरकार बनाने का दावा पेश किया। भाजपा ने मणिपुर में 21 सीटें जीती थी। भाजपा को नेशनल पीपल्स पार्टी के साथ नगा पीपल्स फ्रंट के 4-4 विधायकों का समर्थन मिला, वहीं एक एलजेपी और दो अन्य विधायकों ने भाजपा में विश्वास जताया। गौरतलब है कि मणिपुर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर सामने आई। लेकिन, बहुमत के मामले में कुछ सीटें कम पड़ गई। जिससे वह सरकार बनाने के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाई। इधर शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी शामिल होने वाले थे। लेकिन विमान में तकनीकी खराबी के चलते वे नहीं पहुंच पाए। ऐसे में मणिपुर में होने वाले रोड शो में भी वे हिस्सा ले पाए।

-2007 में कांग्रेस के टिकट पर जीत चुके हैं चुनाव
राष्ट्रीय स्तर के फुटबॉलर रहे 56 वर्षीय एन. बीरेन सिंह ने अपना राजनीतिक जीवन 2002 में डेमोक्रेटिक रिवोल्यूशनरी पीपल्स पार्टी (डीआरपीपी) के टिकट पर विधायक का चुनाव जीतकर शुरू किया। इस पार्टी ने 2002 के राज्य विधानसभा चुनाव में 23 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। इनमें महज दो को ही जीत हासिल हुई। इसमें बीरेन सिंह एक थे। चुनाव जीतने के बाद बीरेन और उनकी पार्टी का कांग्रेस से गठबंधन हुआ। बीरेन इबोबी सिंह सरकार में मंत्री बने। 2004 के लोक सभा चुनाव से पहले डीआरपीपी का कांग्रेस में विलय हो गया। बाद में 2007 में बीरेन सिहं पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव में उतरे और जीते।

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