जयपुर। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और नाथद्वारा से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ.सी.पी.जोशी के बयान से विवाद हो गया है। जोशी ने पीएम नरेन्द्र मोदी, उमा भारती और साध्वी ऋतम्भरा का नाम लेते हुए एक सभा में मौजूद लोगों से कहा कि इनकी जाति पूछो। ये कौन है और कौनसी जाति से है। देश में अगर धर्म के बारे में कोई जानता है तो वे सिर्फ विद्वान, पंडित और ब्राह्मण ही है।
धर्म की बात करना ब्राह्मणों का काम है। जोशी ने यह भी कहा कि चुनाव आते ही भाजपा को राम मंदिर की याद आने लगती है। पहले अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार और अब मोदी सरकार का भी कार्यकाल पूरे होने को है, लेकिन इन्होंने राम मंदिर के बारे में कुछ नहीं बोला और ना ही कुछ किया। अब चुनाव आते ही राम मंदिर का राग अलापना शुरु कर दिया है।
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु, गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के बारे में अनाप शनाप बयानबाजी करते रहते हैं। बिना नेहरु के पटेल कुछ नहीं कर सकते थे। वे दोनों एक ही थे और पूरा सम्मान करते थे। उधर, भाजपा ने जातिवादी बयान को लेकर चुनाव आयोग को शिकायत दी है, जिसमें जातिवैमनस्य फैलाने का आरोप लगाया है। वहीं सीपी जोशी ने भी बयान दिया है कि उनके बयान के वीडियो को कांट कर अपलोड किया है। जोशी ने फेसबुक पर अपने वास्तविक बयान को अपलोड किया है।