नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड में अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है। कभी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के तौर पर जाने वाले एनडी तिवारी अब भाजपा खेमे में आ गए हैं। तिवारी के साथ उनका बेटे रोहित शेखर ने भी अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता स्वीकार कर ली। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी उत्तराखंड में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष रहे यशपाल आर्य ने भाजपा की सदस्यता स्वीकार कर ली थी। वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रहे विजय बहुगुणा सहित 9 कांग्रेसी विधायक भी भाजपा खेमे में आ गए थे। नारायण दत्त तिवारी अपने पुत्र रोहित को कुमाऊं रीजन से चुनाव मैदान में उतारना चाहते हैं। जिसके लिए भाजपा ने हामी भर दी है। गौरतलब है कि तीन साल पूर्व दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद एनडी तिवारी ने रोहित शेखर को अपना पुत्र स्वीकार किया था। हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि शेखर एनडी तिवारी के बायोलॉजिकल पुत्र हैं। वर्ष 2013 में शेखर ने एक पैटरनिटी सूट कोर्ट में दायर किया था। जिसमें दावा किया गया था कि रोहित के बायोलॉजिकल अभिभावक एनडी तिवारी व उज्जवला शर्मा है। शुरुआती चरण में तिवारी में डीएनए टेस्ट से इंकार कर दिया था। बाद में वे राजी हो गए। जहां टेस्ट के बाद सामने आए परिणाम रोहित के पक्ष में रहे। जिस पर कोर्ट के आदेशों के बाद रोहित को तिवारी ने बायोलॉजिकल पुत्र स्वीकारा था। इधर पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव से पूर्व चल रहे पार्टी बदलने के इस दौर के बीच उत्तराखंड से अपना टिकट कटने से नाराज भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष तीरथ सिंह रावत के कांग्रेस का दामन थामने की संभावना बलवती होती जा रही है। रावत जल्द ही कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं।

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