लखनऊ।नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि यह नोटबंदी का एक बरस नहीं, ह्यबरसीह्ण है। वहीं, मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने ट्वीट किया है कि अभी इस कदम के लाभ हानि पर फैसला सुनाना जल्दबाजी होगी। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नोटबंदी के खिलाफ अपने ट्वीट में कहा, 'अर्थव्यवस्था की बदहाली, कारोबार उद्योग की बरबादी एवं देश्वयापी बेरोजगारी में नोटबंदी का जश्न दुखद है, जो नोटबंदी का एक बरस नहीं बरसी है। वहीं, दूसरी ओर वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावमें समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली अपर्णा ने अपने ट्विटर एकाउंट अपर्णाबिस्ट7 से ट्वीट किया, हमें अभी भी इस कदमके सही परिणाम का पता लगाना है।
यह सही है या गलत, यह पता लगाने के लिए यह वक्त बहुत कम है। समाजवादी सरंक्षक मुलायम की छोटी बहू अर्पणा यादव के इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया जानने के लिये जब समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और विधान परिषद सदस्यसुनील सिंह साजन से बात की तो उन्होंने कहा, किसने क्या ट्वीट किया इससे पार्टी को कोई लेना देना नहीं है। समाजवादी पार्टी हमेशानोटबंदी को केंद्र की भाजपा सरकार का गलत फैसला मानती थी और आज भी मानती है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव का साफ मानना हैकि नोटबंदी से आम आदमी, मजदूर, किसान, छोटे व्यापारियों को काफी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार का एक आमजनता के हितो के खिलाफ लिया गया फैसला था।गौरतलब है कि अपर्णा यादव सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के दूसरे पुत्र प्रतीक यादव की पत्नी है और 2017 के विधानसभा चुनाव मेंलखनऊ कैंट सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन वह चुनाव हार गयी थी। बाद में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद वह और उनकेपति प्रतीक मुख्यमंत्री से मिलने भी गये थे।