लखनऊ। सपा पार्टी के साइकिल चिन्ह और राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दावे को मुहर लगने के बाद उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव दंगल में समीकरण बदलने लगे हैं। अखिलेश यादव के पक्ष में फैसला आने से कार्यकर्ताओं में तो जोश है, साथ ही कांग्रेस, लोकदल व दूसरी पार्टियों से गठबंधन की राह भी आसान हो गई है। आज अखिलेश यादव ने ऐलान भी कर दिया है कि जल्द ही गठबंधन का ऐलान होगा। उत्तरप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मीम अफ जल ने भी दोहराया है कि उत्तरप्रदेश के हित में सपा से गठबंधन को कांग्रेस राजी है। उधर, सपा में बादशाहत का फैसला आने के बाद अखिलेश यादव ने आज पार्टी समर्थकों व पदाधिकारियों से मुलाकात की। चुनावी रणनीति और चुनावी सभाओं पर भी चर्चा की गई। चार फरवरी से यूपी में सात चरणों में चुनाव होंगे। वहीं गठबंधन के तहत कांग्रेस ने भी अपनी सीटों पर प्रत्याशियों की सूची तैयार कर ली है। गठबंधन की घोषणा होते ही प्रत्याशियों की सूची जारी हो सकती है। चर्चा है कि गठबंधन के तहत कांग्रेस को एक सौ सीटें मिल सकती है। इस पर अखिलेश यादव भी सहमत दिखाई देते हैं। आरएलडी को भी बीस सीटें मिलने की संभावना है, हालांकि लोकदल करीब तीस सीटें मांग कर रहा है। कांग्रेस दबदबे वाले अमेठी, रायबरेली और सुल्तानपुर में सभी सीटें कांग्रेस को मिलने पर सहमति हो गई।

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