नयी दिल्ली. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण( यूआईडीएआई) इस साल एक जुलाई से ऊंगलियों के निशान तथा आंखों की पुतलियों के अलावा चेहरे के जरिये भी आधार कार्ड धारकों के सत्यापन की शुरुआत करने वाला है। प्राधिकरण ने जनवरी में कहा था कि वह जैविक सत्यापन में अधिक उम्र या मेहनत वाले कार्यों की वजह से ऊंगलियों के निशान मिटने से होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए चेहरे से सत्यापन की शुरुआत करेगा।
उसने कहा कि चेहरेके जरिये सत्यापन के लिए इसके साथ ऊंगलियों के निशान, पुतलियों या वन टाइम पासवर्ड के जरिये भी सत्यापन की आवश्यकता होगी। प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी( सीईओ) अजय भूषण पांडेय ने पिछले सप्ताह उच्चतम न्यायालय में प्रस्तुति के दौरान आधारकूट प्रणाली की उत्कृष्टता पर जोर देकर कहा था कि विश्व में मौजूद सबसे तेज कंप्यूटर द्वारा ब्रह्मांड की जो उम्र बतायी गयी है, इसे भेद पाने में उससे भी अधिक समय लगेगा। उन्होंने न्यायालय को इस दौरान बताया था कि चेहरे से सत्यापन की शुरुआत एक जुलाई से की जाएगी।