Swaraj India
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delhi. पीने के पानी और जल संकट से जूझ रही पटेल नगर विधानसभा क्षेत्र की महिलाओं ने आज दिल्ली जल बोर्ड के झंडेवालान स्थित मुख्यालय का घेराव कर दिया। स्वराज इंडिया के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनुपम के नेतृत्व में सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं ने पानी के हक़ के लिए आवाज़ बुलंद की। प्रदर्शन में पटेल नगर विधानसभा के प्रेम नगर, बलजीत नगर, होली चौक, अम्बेडकर पार्क, राजीव नगर, नेहरू नगर क्षेत्रों में व्याप्त जल संकट का समाधान करने की माँग की गई। पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष और पटेल नगर की पूर्व विधायक वीणा आनंद के अलावा प्रदेश महासचिव नवनीत तिवारी ने भी जल बोर्ड के मुख्यालय ‘वरुणालय’ पर हुए ज़ोरदार प्रदर्शन में हिस्सा लिया। जल बोर्ड ने प्रदर्शनकारियों को मंगलवार 12 सितंबर तक सभी समस्याओं पर एक विस्तृत क्रियान्वयन रिपोर्ट देने का वादा किया। जल बोर्ड ने कहा है कि अगले मंगलवार को वो स्पष्ट कर देंगे कि किन किन समस्याओं का कब तक निदान किया जाएगा।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए अनुपम ने कहा, “दिल्ली की ये सरकार बिजली हाफ़, पानी माफ़ के वादे के कारण ही सत्ता में आई थी। लेकिन आज पता चल रहा है कि “पानी माफ़” के इनके नारे का असल मतलब था – पानी नहीं देंगे। हमें माफ़ करो।हम सब जानते हैं कि पीने के पानी का संघर्ष जीवन मरण का संघर्ष होता है। और अगर मरना ही है तो हम प्यासे मरने की बजाए, सरकार से लड़ते हुए मरना पसंद करेंगे।”
देश की राजधानी में पानी जैसी मूलभूत आवश्यकता पर सरकार का रवैया हैरत करने वाला है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पानी के मुद्दे पर देश भर में अपना खूब प्रचार प्रसार किया है। जबकि दुखद सच ये है कि जलापूर्ति को दिल्ली सरकार की सबसे बड़ी विफलताओं में गिना जाना चाहिए।
आम पार्टी की दिल्ली सरकार ने कुछ महीने पहले भी यह माना था कि जल बोर्ड में भ्रष्टाचार है जिसके कारण मंत्री कपिल मिश्रा को हटाया गया। उसके बाद अब राजेन्द्र पाल गौतम को भी मंत्री पद से हटाकर केजरीवाल सरकार ने संदेश दिया है कि जल बोर्ड में अब भी कोई सुधार नहीं हुआ है। ढाई साल बिना किसी कार्यभार के रहने के बाद श्री अरविंद केजरीवाल ने जल मंत्री का पद संभाला है। स्वराज इंडिया उम्मीद करता है कि मुख्यमंत्री अपनी पहली सीधी ज़िम्मेदारी को कुशलतापूर्वक निभाएं ताकि दिल्लीवासियों को और धोखा न मिले। स्वराज इंडिया ने माँग किया है कि पानी के इस गंभीर मुद्दे पर मुख्यमंत्री तुरंत कार्यवाई करे।

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