सिरोही। पूर्व विधायक संयम लोढा ने कहा कि विकास कार्यो में भ्रष्टाचार के चलते प्रदेश की जनता राज्य की भाजपा की वसुन्धरा सरकार को उखाड फेकेगें । तहसील क्षेत्र में जल संसाधन विभाग के माध्यम से पिछले वर्ष 30 करोड की लागत से बने एमआईपी टैंक जो पहली बारीश में ही पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गये हैं और बारीश का जो पानी उसमें एकत्रित हुआ हैं वह बहकर चला गया हैं । लोढा यहां उपखण्ड क्षेत्र के मौछाल गांव में प्रधान जीवाराम आर्य के साथ लोगों से रूबरू होने पहुॅचे तब उन्होेने गांव के उपरी भाग की पहाडियों के बीच बने माईक्रों एमआईपी टैंक की जर्जर हालत को देखने का आग्रह किया तथा और बारीश होने की स्थिति में गांव एवं किसानों को होने वाले नुकसान की जानकारी दी । जिस पर उन्होने टैंक देखने के पश्चात् उक्त विचार व्यक्त किये। ¸
ग्रामीणों ने पूर्व विधायक लोढा एवं प्रधान आर्य को अपने बीच पाकर अपनायत से अपनी समस्याएं बताई जिसमें उन्होने कहा कि पिछले दिनों हुई भारी बारीश के बाद उनकी सुनने वाला कोई प्रशासनिक या राज्य सरकार के प्रतिनिधि नही पहुॅचे लेकिन कांग्रेस के लोगों के आने से उन्हे अपनी समस्याओं के समाधान का विश्वास जगा हैं। ग्रामीणों ने कहा कि एमआईपी टैंक के बनने से क्षेत्र का जमीनी जल स्तर सुधरने की आस बंधी थी वह धुल-धुसरित हो गई हैं। अगर कार्य तकमीने के अनुसार गुणवत्ता पूर्वक हुआ होता तो यह स्थिति नही होती। इस पर उन्होने ग्रामीणों के साथ में जाकर मौका मुआयना किया और कहा कि उन्होने इन कार्यो में भारी भ्रष्टाचार की होने की शिकायत पर तत्कालीन जिला कलेक्टर एल.एन.मीणा को एक पत्र लिखकर जांच का आग्रह किया था और जांचने इंजिनियरो की कमेटी ने निर्माण में गुणवत्ता को लेकर सवाल भी उठाये थे लेकिन सरकार ने इस पर कोई कार्यवाही नही की हैं । लोढा ने यह आरोप लगाया कि राज्य सरकार के लोगों की ठेकेदारों के साथ में मिलीभगत होने से इस तरह का घटिया निर्माण हुआ जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड रहा हैं। एमआईपी के निर्माण में ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा स्थानीय बालू मिट्टी का ही उपयोग कर पाल का निर्माण कर दिया जिससे पाल पूरी तरह से बिखर चूकी हैं । पहली बारीश में ही इसके भरने से टुटने की आशंका को देखते हुये ग्रामीणों ने एक नई नहर का निर्माण कर पानी बाहर निकाला ।
इसी तरह बारीश से गांव की आंतरिक सीसी सडके क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं । लोगों के कच्चे मकान गिर गये हैं तथा बारीश के पानी से बहकर गई फसलों के नुकसान का आंकलन करने भी अभी तक राजस्व विभाग का कोई नुमाईन्दा गांव में नही आया हैं ऐसे में लोगों को मुआवजे से मेहरूम रहना पड सकता हैं। इस पर पूर्व विधायक लोढा ने जिला कलेक्टर संदेश नायक से दूरभाष पर बात कर फसलों के नुकसान की गिरधावरी कार्मिको की कमी के चलते अन्य विभागों के लोगों की टीम गठित कर आंकलन कराने को कहा । गांव की आंतरिक सीसी सडकों को फीर से तैयार करवाने का प्रधान जीवाराम आर्य ने आश्वासन दिया तथा रोजगार गांरटी योजना के तहत शिघ्र ही कार्य स्वीकृत कराकर शुरू कराने का भरोसा दिलाया। लोगों ने मौछाल से जोगापुरा की ग्रेवल सडक तथा बिजली व्यवस्था को सुचारू करने का आग्रह किया। जिस पर आवश्यक कार्यवाही कर कार्यो को करवाने की घोषणा की । इस अवसर पर छीबागांव सरपंच पनाराम हिरागर, वाण के पूर्व सरपंच नरपतसिंह देवडा, वार्डपंच मंछाराम मीणा, वीसाराम गर्ग, वचनी देवी, रेवतसिंह देवडा, युवा कांग्रेसी प्रवीण रावल, डुंगाराम रेबारी, भुराराम मीणा, मालाराम मीणा, कल्याणसिंह देवडा, महेन्द्रसिंह देवडा, जब्बरसिंह, हनवन्तसिंह सहित गांव के गणमान्य नागरिक महिला-पुरूष उपस्थित थे। गांव में पहुॅचकर ग्रामीणों ने पूर्व विधायक लोढा एवं प्रधान आर्य का फूल मालाओं से स्वागत किया।