कानपुर.केन्द्रीय एवं कृषि कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने भारतीय कृषि एवं अनुसंधान परिषद– कृषि प्रोद्योगिकी अनुप्रयोगअनुसंधान संस्थान– नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय फैजाबाद एवं कृषि विज्ञान केन्द्र वाराणसीद्वाराआयोजित “न्यू इंडिया मंथन– संकल्प से सिद्धि“ कार्यक्रम तथा 56 वीं अखिल भारतीय समन्वितगेहूँ एवं जौ सुधार परियोजना कार्यशाला(2017)में लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ‘संकल्प से सिद्धि’ अभियान ने देश भर में एक जन आंदोलन का रूप ले लिया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान के बाद समूचा देश एक नये भारत के निर्माण के लिए उठ खड़ा हुआ है। भारत छोड़ो आंदोलन के75 वीं वर्षों के बाद शुरू किए गए ‘संकल्प से सिद्धि’ अभियान का देश भर में व्यापक प्रभाव देखा जा रहा है. इस अवसर माननीय केन्द्रीयकृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को वर्ष 2022 तक नए भारत का निर्माण व कृषि आय दुगनी करने कासंकल्प दिलाया. इसके अलावा कृषि विज्ञान केन्द्र वाराणसी द्वारा एक विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमे किसानों कोअत्याधुनिक ढंग से उन्नत खेती करने की तकनीक बताई गयी।कार्यक्रम में किसानों को सॉइल हैल्थ कार्ड बनवाने, एकीकृतकृषि प्रणाली अपनाने और जैविक खेती के तरीके उपयोग करने जैसी कई महत्वपूर्ण शपथ दिलाई गयी। जिससे साल 2022 तक किसानोंकी आमदनी को दो गुना किया जा सकें। केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा है कि अखिल भारतीय गेहूँ एवं जौ सुधार परियोजना केतहत सभी समन्वित केन्द्र जैविक व अजैविक कारकों से निपटने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं ताकि वर्ष 2050 तक गेहूँ को पोषणसमृद्ध एवं मूल्य संवर्धित बनाया जा सके। कृषि मंत्री ने यह बात आज काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी में आयोजित 56 वीं अखिलभारतीय समन्वित गेहूँ एवं जौ सुधार परियोजना कार्यशाला (2017) में कही। गेहूँ की 421 और जौ की 92 उन्नतशील प्रजातियां विकसित की गईं