जयपुर। पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने शुक्रवार सुबह भरतपुर के कलेक्ट्रेट में आयोजित कार्यक्रम कर आदि पर्वत और कनकांचल पर्वत के सम्बंध में 20 जुलाई को किये गये समझौते की पालना के सम्बंध में जानकारी दी। पर्यटन मंत्री ने बताया कि 20 जुलाई को समझौता हुआ और 21 जुलाई को समझौते के अनुसार 757.40 हैक्टेयर भूमि वन क्षेत्र घोषित कर दिया है। अब इस क्षेत्र में सघन वृक्षारोपण कर पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिया जायेगा। कोई भी व्यक्ति जिले की कानून व्यवस्था और सद्भाव बिगाडने की कोशिश करने वाली सोशल मीडिया पोस्ट डालता है या शेयर करता है, भडकाऊ भाषण देता है तो कठोर कार्रवाई की जायेगी। इस सम्बंध में उन्होंने आयोजित कार्यक्रम में मौजूद भरतपुर रेंज आईजी गौरव श्रीवास्तव को निर्देश भी दिये। उन्होंने बताया कि बाबा विजयदास का बेस्ट उपचार किया जा रहा है। हम सभी उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि सीकरी तहसील के 7 राजस्व ग्राम की 662.25 हैक्टेयर सिवाय चक भूमि, पहाडी तहसील के 2 राजस्व ग्राम की 87.19 हैक्टेयर सिवाय चक भूमि(कुल 749.44 हैक्टेयर सिवाय चक भूमि) तथा पहाडी तहसील में 7.96 हैक्टेयर चारागाह भूमि को वन क्षेत्र घोषित कर वन विभाग को हस्तान्तरित कर दी गई है। जिला कलेक्टर आलोक रंजन द्वारा 21 जुलाई को देर रात जारी आदेश की पालना में सम्बंधित तहसीलदारों ने इस भूमि का वन विभाग के पक्ष में नामान्तरण भी कर दिया है।
जिला कलेक्टर द्वारा जारी आदेश के अनुसार सीकरी तहसील के ककराला में 205.54 हैक्टेयर, रूपवास में 42.94 हैक्टेयर, कोलरी में 237.06 हैक्टेयर, नांगल में 16.75 हैक्टेयर, रसूलपुर में 7.20 हैक्टेयर, बेगपहाडी में 29.99 हैक्टेयर, भुआपुर गढी में 122.77 हैक्टेयर, पहाडी के मूंगस्का में 43.05 हैक्टेयर, समसलका में 87.19 हैक्टेयर सिवाय चक भूमि का वन भूमि के रूप में कन्वर्जन किया गया। पहाडी के मूंगस्का में 7.96 हैक्टेयर चारागाह भूमि को वन भूमि में कन्वर्ट किया गया है। इस चारागाह भूमि के बदले खैराबा में 3.85 तथा बडौदा में 4.11 हैक्टेयर सिवाय चक भूमि को चारागाह घोषित किया गया है। कार्यक्रम में जिला कलेक्टर आलोक रंजन भी उपस्थित थे

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