जयपुर.राजस्थान कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं जयपुर जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि राजधानी जयपुर मंे डोर टू डोर कचरा उठाने का काम कर रही पुणे की बीवीजी इंडिया कंपनी ने शहर के 91 वार्डों में डोर टू डोर कचरा संग्रहण का काम शरू करने से पहले ही टेण्डर नियमों के विपरीत नगर निगम अधिकारियों व सरकार के बडे नेताओं के साथ मिलीभगत करके अलग-अलग कंपनियों को 30 प्रतिशत से कम दर पर कचरा उठाने का ठेका सबलेट कर दिया। नियमानुसार प्रस्ताव के पेज 99 के पैराग्राफ 4 के अनुसार कंपनी नगर निगम की बिना अनुमति के काम को किसी अन्य कंपनी को सबलेट नहीं कर सकती है। शहर में 1650 रूपये प्रति टन के हिसाब से ठेका दिया गया है। इस तरह से बीवीजी कंपनी को प्रतिमाह 6 करोड़ 40 लाख रूपये तथा सालाना नगर निगम को 82 करोड़ का भुगतान बीवीजी कंपनी को करना होगा। कंपनी ने 30 प्रतिशत कमीशन लेकर खुद कोई काम करने की बजाय सात अलग-अलग कंपनियों को कचरा इकटठा करने का काम सौंप दिया है। इस तरह कंपनी को हर महीने घर बैठे ही 2 करोड़ 5 लाख रूपये का कमीषन बिना काम किये प्राप्त हो जायेगा।

खाचरियावास ने कहा कि नगर निगम के मेयर, स्वायत षासन मंत्री व नगर निगम आयुक्त को यह बताना चाहिये कि आखिर हर वर्ष घर बैठे बीवीजी कंपनी को 24.60 करोड़ रूपये सरकार के द्वारा जो मिलेगें उसके पीछे किसका आषीर्वाद है? इसमें कोई दो राय नहीं कि कानून-कायदों को ताक में रखकर एक फर्जी कंपनी ठेका लेकर 7 कंपनियों को ठेका सबलेट करके हर वर्ष लगभग 25 करोड़ रूपये घर बैठे कमा लेगी। ऐसे में बिना सरकार की मेहरबानी से यह संभव नहीं है। कांग्रेस पार्टी इस संदर्भ में सरकार व निगम से जवाब चाहती है। यदि राज्य सरकार के मंत्री श्रीचंद कृपलानी, मेयर अषोक लाहोटी और नगर निगम आयुक्त रवि जैन ने जवाब नहीं दिया और प्रदेष के लोगों को यह स्पष्ट नहीं किया कि ना तो कंपनी कचरा उठा रही है, ना कोई काम कर रही है, फिर इस कंपनी को 25 करोड़ रूपये हर वर्ष यदि फ्री में दिये जायेगें तो निष्चित रूप से इस पैसे में सरकार की मेहरबानी स्पष्ट झलकती है। यदि सरकार ने 24 घंटे में जवाब नहीं दिया तो कांग्रेस पार्टी इस सारे मामले को लेकर एंटी करप्षन ब्यूरो (भ्रष्टाचार निरोधक विभाग) में षकायत करेगी।

खाचरियावास ने कहा कि आज भी ठेका हो जाने के बावजूद जयपुर के सभी 91 वार्डों में कचरा नहीं उठ रहा है। कचरा उठाने के नाम पर लगातार भ्रष्टाचार किया जा रहा है। जनता से जो पैसा वसूल किया जा रहा है वो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाये, यह बर्दाष्त नहीं किया जा सकता। कचरा उठाने को लेकर बनाई जाने वाली पाॅलिसी में षुरू से नगर निगम जयपुर संदेह के घेरे में रहा है और इस बार सीधे-सीघे 25 करोड़ का घोटाला करके, उस संदेह पर मोहर लगा दी गई है। हिंगोनिया गौषाला में पहले भी भारी भ्रष्टाचार के कारण हजारों गायों की मौत हो गई थी, उसके बाद नगर निगम के कई अधिकारियों की चारा घोटाले में गिरफ्तारियां हुई थी, अब कचरा घोटाला सामने आया है, ऐसे में सरकार को आगे आकर सारी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिये। खाचरियावास ने कहा कि सोमवार को कांग्रेस पार्षद दल की ओर से भ्रष्टाचार निरोधक विभाग में रिपोर्ट दर्ज कराकर कचरा घोटाले के ऊपर मुकदमा दर्ज कराया जायेगा।

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