जयपुर। गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर और उसके बाद शव की अंत्येष्ठि को लेकर प्रदेश के राजपूत समाज में उबाल ही देखने को मिल रहा है। वहीं सांवराद में हुए उपद्रव को लेकर पुलिस ने मुकदमे दर्ज किए तो शांति व्यवस्था के मद्देनजर मुकदमों में आरोपी राजपूत नेताओं की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं।

राजपूत समाज में आए इस उबाल के बीच राजस्थान प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता व जयपुर जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियास ने मीडिया से रुबरु होते हुए कहा कि यह सही है कि आनंदपाल सिंह एक अपराधी था, लेकिन उसकी लाश तो अपराधी नहीं है, न ही उसकी मां, बेटी, बहन व सांवराद गांव अपराधी है। आनंदपाल का बहनोई अपराधी नहीं है, उसे आज पूरा गांव व जिले में भय का माहौल है। सांवराद में राजपूत ही नहीं हर जाति के लोग रहते हैं, लेकिन उनके घर के बाहर पुलिस खड़ी कर दी गई, उन्हें डराया धमकाया जा रहा है। प्रताप सिंह ने कहा कि जिस रास्ते पर सरकार चल रही है। मैं चुनौती देता हूं अपनी आदतें सुधार लो और जाति विशेष को बदनाम करना बंद कर दो। राजस्थान भाजपा में भैरोसिंह शेखावत भी रहे, जिन्होंने कभी औछी राजनीति नहीं की।

-कोर्ट देती सजा
प्रताप सिंह ने कहा कि अपराधी को सजा देने का अधिकार कोर्ट को है। सोहराबुद्दीन व दारिया एनकाउंटर में सीबीआई जांच हुई और पुलिस अधिकारी जेल गए। चतुर सिंह को बेवजह मार दिया आज तक उसकी मां न्याय के लिए भटक रही है। आप सीबीआई जांच कराओ सच्चाई सामने आए। कहा यदि सरकार यह मान रही है कि मामला ठंडा पड़ जाएगा। ऐसा नहीं है। पुलिस को फेसबुक पर बयान जारी करने का अधिकार नहीं है। सरकार में भाजपा नेताओं का क्या अकाल पड़ गया?

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