जयपुर। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के महागठबंधन के प्रयासों को माकपा ने झटका दिया है। जयपुर में आए माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने साफ कह दिया है कि चुनाव से पहले गठबंधन बेमानी है। चुनाव के बाद ही गठबंधन की तस्वीर साफ होगी। येचुरी के इस बयान से गठबंधन के प्रयासों को तगड़ा झटका बताया जा रहा है। येचुरी जयपुर में माकपा के दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लेने आए हुए हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि चुनाव से पहले कोई गठबंधन नहीं होगा, बल्कि चुनाव के बाद ही गठबंधन की संभावना है। येचुरी ने केन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ धर्म-निरपेक्ष दलों की एकजुटता और गठबंधन की वकालत तो की, लेकिन यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनजी की तृणमूल कांग्रेस और केरल में कांग्रेस के साथ माकपा चुनाव से पहले कोई गठबंधन नहीं करेगी। येचुरी के इस बयान से गठबंधन के प्रयासों को झटका लगा है।
येचुरी ने केंद्र सरकर की योजनाओं और नीतियों पर पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है तब से देश में अशांति का माहौल है। लोग डरे-सहमे हुए हैं। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। अमीरों को छोड़कर हर वर्ग भाजपा से परेशान है। अमीर बैंकों के पैसे लेकर विदेश भाग रहे हैं और भाजपा इन्हें रोक नहीं पा रही। किसानों को फसलों का पूरा पैसा नहीं मिल रहा है। वे सुसाइड कर रहे हैं और भाजपा इनकी सब्सिडी खत्म करने में लगी है। ऐसे माहौल में भाजपा को हटाना जरुरी है। जनता की भावना भी यही है कि धर्मनिरपेक्ष दल एक होकर भाजपा को सत्ता से हटाए। बुधवार को भी माकपा के सम्मेलन में सीताराम येचुरी, कामरेड अमराराम समेत अन्य नेताओं ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए जी-जान से जुटने का आह्वान किया। साथ ही जनता व किसानों की मांगों को लेकर शासन तक आवाज पहुंचाने की बात कही।