जयपुर। नवगठित राजनीतिक पार्टी स्वराज इंडिया की ष्स्वराज यात्राष् का रेवाड़ी के मनेठी गाँव से आगाज हो गया। पार्टी अध्यक्ष योगेन्द्र यादव के नेतृत्व में निकली स्वराज यात्रा का शुभारंभ आज प्रात: ग्राम मनेठी से 95 वर्षीय कैप्टन बलबीर सिंह ने ध्वज दिखा कर किया। इससे पूर्व योगेन्द्र यादव ने तहसील मनेठी के प्रांगण में नीमए वटवृक्ष व पीपल की त्रिवेणी का वृक्षारोपण करते हुए कहा कि नीम स्वास्थ का प्रतीक है। जिस स्थान पर नीम हो वहां हमेशा स्वच्छ हवा व बीमारी रहित वातावरण रहता है। वटवृक्ष ज्ञान व बुद्धि का प्रतीक है जिसके नीचे महात्मा बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया। तथा पीपल का वृक्ष हमें 24 घंटे आॅक्सीजन देता है व धर्म चरित्र के निर्माण में विशेष स्थान रखता है। गौरतलब है कि स्वराज यात्रा गाँवों की बेहतरी के लिए संघर्ष के साथ.साथ अपने में रचनात्मकता को भी समेटे हुए है। इसके माध्यम से ग्रामीणों को हर तरह से जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
स्वराज यात्रा के प्रथम दिन को शंखनाद दिवस नाम दिया गया है। स्वराजी शकुंतला ने किसानों के अतीतए वर्तमान व भविष्य के प्रतीक स्वरूप तीन बार शंखनाद किया। स्वराज यात्रा को लेकर गाँवों में भरपूर उत्साह देखने को मिल रहा है। यात्रा को गाँव की महिलाओंए मजदूरोंए किसानोंए युवाओं समेत हर वर्ग का भरपूर समर्थन मिल रहा है।
मनेठी गाँव में ग्रामवासियों को सम्बोधित करते हुए योगेन्द्र यादव ने यात्रा को लेकर अपने विचार गाँव वालों से साझा किया। उन्होंने बताया कि इस स्वराज यात्रा का उद्देश्य अपने देश के गांवए खेतए किसानए नौजवान व उनकी संस्कृति जानने.समझने की चेष्टा है। आज देश के सामने दो रास्तें हैं। एक तो नौजवान और किसान हैं और दूसरा है हिन्दू और मुसलमान। पहले मुद्दे पर विचार . चिंतन कर उनके बेहतरी के कुछ कार्य किए जाए तो देश का भला होगा। यदि दूसरे मुद्दे पर देश उलझ गया तो भारी नुकसान होगा। हमे यह भी समझना है। यात्रा के दौरान योगेन्द्र यादव ने देश व खेती.किसानी एगाँव के लिए अपना कीमती 2 साल देने के लिए तैयार स्वराज योगियों को शपथ भी दिलाई।उन्होंने कहाकि आपका दो साल गाँव और देश की बेहतरी के लिए होगा।हर उम्र के लोगों में स्वराज योगी बनकर देश के लिए कुछ करने का उत्साह दिखाई पड़ाए महिलाओं ने भी बढ़.चढ़कर हिस्सा लिया।
यह यात्रा ग्राम मनेठी से शुरू होकर कुंडए पाडलाएबसदुदा नागल जमालपुरए ढाणी कोलानाएढाणी राधा व अन्य गांवों से हो रात्रि में ग्राम बालवाड़ी में विश्राम करेगी। यात्रा को स्थानीय स्तर पर व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है। स्थानीय लोगों के साथ इस यात्रा में देश के अन्य प्रांतों के किसान नेता भी शामिल है। आविक साहा राष्ट्रीय संयोजक जय किसान आंदोलनए के पी सिंह बेंगलूरए लिंगराज उड़ीसाए अरुल अरूमुगमए कामरेड दलीप सिंहए सरदार परमजीत सिंह तमिल नाडुए अजित सिंह उत्तरप्रदेशए इंद्रनील बिस्वास पश्चिम बंगालए रमन रंधावा गंगा नगर राजस्थानए आलोक कुमार बिहारए मंजिर हुसैन दिल्ली समेत भारत के विभिन्न हिस्सों से आए स्वराज के साथी शामिल है।