लखनऊ। 5 सिंतबर का दिन हमारे देश में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन शिक्षकों का सम्मान भी किया जाता है। स्कूल-कॉलेजों में शिक्षक दिवस बड़े ही आदरभाव से मनाया जाता है। और हमारे वेद पुराणों में गुरुजनों का कितना महत्व बताया गया यह हम सभी जानते हैं। और जीवन में हर व्यक्ति ने स्कूल-कॉलेज में शिक्षकों से शिक्षा ग्रहण की है। लेकिन आज शिक्षक दिवस के दिन लखनऊ में ऐसा शर्मनाक मामला सामने आया है जहां मानदेय व नियमित नियुक्ति को लेकर प्रदर्शन कर रहे आदर्श प्रेरक शिक्षकों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।

शिक्षक पिछले 40 महीने से मानदेय न मिलने पर नाराज थे। मानदेय व नियमित नियुक्ति की मांग को लेकर वो लखनऊ के चारबाग पर एकत्र हुए और विधानभवन की तरफ जा रहे थे। पुलिस ने उन्हें बर्लिंगटन चौराहे पर रोका लेकिन वो नहीं माने। जिसके बाद पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया गया। आदर्श प्रेरक शिक्षकों को दो हजार रुपये मानदेय दिया जाता है, लेकिन उन्हें पिछले चालीस महीने से मानदेय नहीं दिया गया। गांव में सरकार की योजनओं को जन-जन तक फैलाने के लिए इन प्रेरक शिक्षकों को संविदा पर नियुक्त किया जाता है। कुछ देर के लिए भगदड़ मच गई।

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