पुडुचेरी। प्रशासन और जनता के नुमाईदों को किस तरह से काम करना चाहिए यह अगर देखना और सीखना हो तो किरण बेदी से सीखें। जिन्होंने औरतों की सूरक्षा के लिए आधी रात को पुडुचेरी का दौरा किया। उनका यह दौरा यह दर्शाता है कि उन्हें महिलाओं की सुरक्षा की कितनी चिंता है वह भी एक महिला है उनसे ज्यादा महिलाओं की परेशानी कौन जान सकता है। किरण बेदी पिछले दिनों देर रात स्कूटर पर मुंह ढककर निकलीं। उनकी यह तस्वीर अब सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। हालांकि किरण बेदी ने खुद यह फोटो ट्वीट की है। खबरों के अनुसार बेदी ने पुराना तरीका अपनाते हुए देर रात शहर में कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया। वो जिस स्कूटर पर निकली थीं उसे एक महिला ही चला रही थी। अपनी स्कूटर राइड पूरी करने के बाद उन्होंने एक ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने लिखा है पुडुचेरी को रात में सुरक्षित पाया लेकिन इसे और सुधारा जाएगा।

लोगों से भी अपील है कि वो पीसीआर और डायल 100 से जुड़ें। बताया जा रहा है कि किरण बेदी देखना चाहती थीं कि देर रात अकले सड़क पर निकलने वाली महिलाओं को कितना सुरक्षित महसूस होता है। बता दें कि किरण बेदी खुद एक महिला आईपीएस हैं और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई बार आवाज उठा चुकी हैं। 35 साल तक सेवा में रहने के बाद सन 2007 में उन्होने स्वैच्छिक सेवानिवृति ले ली। उसके बाद अन्ना हजारे के साथ लोकपाल के लिए आन्दोलन में कदम से कदम मिलाकर उनके साथ भी खड़ी रही थी। तथा पूरजोर कोशिश की थी कि सरकार लोकपाल को बिना किसी शर्त के लागू करे। यहीं से उन्होंने राजनीति में पूरी तरह से कदम रखा था। इसके बाद उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया और भाजपा ने भी उन्हें दिल्ली विधानसभा चुनावों में सीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया मगर बदकिस्मती से वह चुनाव हार गई। इसके बाद उन्हें पुड्डुचेरी का राज्यपाल बनाया गया।

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