– गुर्जर घाटी में भूखण्ड मालिक अधिवक्ता के पक्ष में जुटे वकील तो निर्माण के विरोध में स्थानीय पार्षद व समर्थक हुए आमने-सामने। दिन भर चली तानातानी
जयपुर। शहर के आमेर रोड पर गुर्जर घाटी में एक 70वर्गगज के भूखण्ड पर निर्माण को लेकर जमकर हंगामा हुआ। निर्माण कार्य को रुकवाने के लिए पार्षद भूपेन्द्र मीणा और उनके समर्थक आ धमके तो दूसरी तरफ भवन निर्माण कर्ता एडवोकेट अरुण शर्मा के समर्थन में भी बड़ी संख्या में वकील आ डटे।
दोनों पक्षों में दिनभर हंगामा और तानातानी होती रही। हालांकि बाद में देर रात को पुलिस व नगर निगम प्रशासन की सख्ती से मामला शांत हुआ। प्रशासन ने कोर्ट के आदेश को देखते हुए भवन निर्माण की अनुमति दी।
अरुण शर्मा का गुर्जर घाटी में 70 वर्गगज का भूखण्ड है। कुछ महीने पहले भूखण्ड पर निर्माण करवा रहे थे तो स्थानीय पार्षद ने विरोध दर्ज कराते हुए नगर निगम से काम रुकवा दिया। इस पर अरुण शर्मा ने कोर्ट से भवन निर्माण की अनुमति ले ली। पहली मंजिल की छत डाली जाने वाली थी तब पार्षद समर्थकों के साथ आ गए और निर्माण का विरोध करने लगे। इस पर दूसरे पक्ष से वकील भी आ गए।
दोनों पक्षों में दिनभर हंगामा और तानातानी होती रही। साथ ही हाथापाई की नौबत रही। इस हंगामे के दौरान कांग्रेस व भाजपा के कार्यकर्ता व समर्थक भी कूद पड़े। हंगामे व तनाव को देखते हुए वहां पुलिस जाब्ता तैनात रहा। पुलिस को भी दोनों पक्षों को कई बार शांत और अलग करवाना पड़ा। हालांकि देर रात को प्रशासन ने सख्ती दिखाई। आज तनाव के बीच भूखण्ड की छत डाली गई। इस हंगामे को लेकर नगर निगम, प्रशासन और शहर में खूब चर्चा है।