नई दिल्ली। देश के पांच राज्यों में भारी दल-बदल का शिकार हो चुकी कांग्रेस पार्टी के समक्ष एक बार फिर एमसीडी चुनाव से पहले संकट के बादल मंडरा गए हैं। इस बार पार्टी के समक्ष यह संकट पार्टी के दिग्गज नेता कहे जाने वाले पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एके वालिया ने दे दिया है। एमसीडी चुनाव में टिकट वितरण से नाराज होकर वालिया ने पार्टी को अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी। वालिया ने कहा कि टिकट वितरण में जमीनी कार्यकर्ताओं की पूरी तरह अनदेखी की गई है। पार्टी ने ऐसे प्रत्याशियों को टिकट दे दिया है। जिन्होंने पहले ही पार्टी के उम्मीदवार के समक्ष चुनाव में उतरकर हरवा दिया। जबकि जमीनी कार्यकर्ताओं के टिकट काट दिए गए। दो दिन पूर्व बताया कि आपके द्वारा सुझाए गए सभी टिकट ओके हैं, लेकिन एक ही रात में सबकुछ बदल गया उनके टिकट काट दिए गए। कुछ लोग पार्टी की छवि खराब कर रहे है। कोई वरिष्ठ नेता उन्हें सुनने या मिलने तक को तैयार नहीं हो रहा है। पार्टी आलाकमान इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे किसी के संपर्क में नहीं है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलकर बात करेंगे अगर ऐसा ही चला तो वे वे अपने बारे में नए सिरे से विचार करेंगे। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अजय माकन को रविवार को ही बताया। पहले वे उपलब्ध होते थे, लेकिन अब लगता है वे दिल्ली से बाहर ही चले गए हैं। गौरतलब है कि माकन ही एमसीडी चुनाव को लेकर 127 प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी कर टिकट वितरण किया। जिससे अब एके वालिया सहित वरिष्ठ नेता हारुन यूसुफ भी टिकट वितरण से खफा नजर आ रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने अब तक कुल 267 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। पहली सूची में 140 उम्मीदवारों टिकट दिए। इनमें 119 नए चेहरे थे तो 21 वर्तमान पार्षदों को टिकट दिया। एमसीडी के लिए 23 अप्रैल को चुनाव होंगे।

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