The farmer will be forced to bend the deaf government: Sumitra Singh

जयपुर। नींदड़ बचाओ युवा किसान संघर्ष समिति के आह्वान पर डॉ. नगेन्द्र सिंह शेखावत के नेतृत्व में जेडीए की जमीन अवाप्ति के विरोध में जमीन को अवाप्ति से मुक्त करवाने के लिए नींदड़ गांव के किसानों व कालोनीवासियों द्वारा किया जा रहा जमीन समाधि सत्याग्रह आज 22वें दिन भी जारी रहा। आज जमीन समाधि सत्याग्रह में 850 महिलाओं सहित 1350 से ज्यादा किसानों ने सत्याग्रह करते हुए क्रमिक उपवास किया। साथ ही हजारों की संख्या में किसान व महिलायें व बच्चे भी जमीन समाधि सत्याग्रह स्थल पर उपस्थित रहे। आज जमीन समाधि सत्याग्रह के समर्थन में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह सत्याग्रह स्थल पर पहुँची। अपने सम्बोधन में सुमित्रा सिंह जी ने कहा कि जयपुर में सरकार की नाक के नीचे किसान समाधि में बैठकर अपनी पीड़ा उजागर कर रहा है लेकिन सरकार के कान पर जूँ तक नहीं रेंग रही है।

उन्होंने किसानों के धैर्य को नमन करते हुए जमीन समाधि सत्याग्रह को अपना पूर्ण सहयोग देने का वचन दिया। इस अवसर पर डॉ. नगेन्द्र सिंह शेखावत ने जमीन समाधि सत्याग्रह की ताकत से सरकार को झुकने पर मजबूर करने की बात कहते हुए नींदड़ के किसानों को बीज की संज्ञा दी। डॉ. शेखावत ने कहा कि जमीन में बीज बोने वाला किसान आज खुद जमीन समाधि में बीज की तरह दबा है और जितना सरकार इस बीज को दबाने की कोशिश करेगी उतना ही मजबूत पौधे के रूप में किसान अंकुरित होगा और इस गंूगी बहरी सरकार को झुकने पर मजबूर करेगा। डॉ. शेखावत ने कहा किसान जमीन में समाधि लेकर अपनी पीड़ा सरकार तक पहुँचाना चाहता है लेकिन जेडीए के लोग कहते हैं कि नींदड़ के किसान गड्डे में पड़े है। डॉ. शेखावत ने सरकार व जेडीए को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने किसानों की जमीन अवाप्ति निरस्त नहीं की तो आने वाले दिनों में सरकार को इन गड्डों में दफन कर देंगे। सत्याग्रहियों को राजेन्द्र कुम्भज (महामंत्री, प्रदेश सर्वोदय मण्ड़ल), प्रो. गोपाल मोदानी और धर्मवीर कटेवा (महामंत्री, राजस्थान समग्र सेवा संघ) ने भी सम्बोधित किया। समिति अध्यक्ष कैलाश बोहरा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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