जयपुर। आज सम्पूर्ण क्रांति दिवस और अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस के अवसर पर सम्रग सेवा संघ और राजस्थान नागरिक मंच के सयुक्त तत्ववधान में विनोबा ज्ञान मंदिर विश्वविद्यालय मार्ग पर एक परिचर्चा *वर्तमान समय मे सम्पूर्ण क्रांति की प्रसंगिकता* विषय पर आयोजित की गई। परिचर्चा की जानकारी देते हुऐ राजस्थान नागरिक मंच के महासचिव बसन्त हरियाणा ने बताया कि इस अवसर पर मुख्य वक्ता के तौर पर बोलते हुऐ पूर्व सांसद पंडित रामकिशन ने कहा कि जब लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने सम्पूर्ण क्रांति का नारा दिया था तब भी यह नारा प्रासंगिक था और आज भी है और कल भी रहेगा,क्यूँकि जब तक समाज मे गैर बराबरी,अन्याय,शोषण और अत्याचार किसी भी रूप में मौजूद रहेगा तब तक सम्पूर्ण क्रांति की प्रसंगिकता बनी रहेगी, इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि समय और परिस्तिथियों के अनुसार गैरबराबरी,अन्याय, शोषण अत्याचार के स्वरूप बदल जाते है। इस अवसर पर मुख्य तौर पर सेवानिवृत्त न्यायाधीश ओमप्रकाश शर्मा, दलित और मानवाधिकारों  के लिये संघर्षरत और स्वतंत्र पत्रकार भंवर मेघवंशी,समग्र सेवा संघ राजस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष अरविंद भारद्वाज, राजस्थान नागरिक मंच के कार्यकारी अध्यक्ष आर सी शर्मा दलित शोषण मुक्ति मंच के जिलाध्यक्ष प्यारेलाल शकुन मौजूद थे।इस अवसर पर बड़ी संख्या में मौजूद विद्यार्थी वर्ग सहित सामाजिक व राजनैतिक कार्यकर्ता मौजूद थे। जिन्होंने सम्पूर्ण क्रांति, जातिवाद, राजनीति में बढ़ते धनबल सहित कई विषयों पर मुख्यवक्ता सहित मंच पर मौजूद मुख्य अतिथियो से सवाल पूँछे। इस अवसर पर प्रमुख सामाजिक और राजनैतिक कार्यकर्ताओ में अनिल गोस्वामी,शैलेन्द्र अवस्थी,फजले करीम कुरैशी,रमेश यादव, धर्मवीर कटेवा,मेहताराम काला,सुरेश चौहान, मुरारीलाल जांगिड़,अरविंद सिंह दौराता,ज़िले सिंह, चन्द्रशेखर दुबे, गौरव श्रीवास्तव, गोपाल गुजराती,उमेश शर्मा,सन्तोष पारीक,राजकुमार माथुर,साबिर खान कई अन्य सामाजिक व राजनैतिक कार्यकर्ता मौजूद थे। परिचर्चा का संचालन आर सी शर्मा ने किया।

LEAVE A REPLY