लखनऊ। पूर्व क्रिकेटर व नेता नवजोत सिंह सिद्धू के कांगे्रस में शामिल होने की खबर पर आखिरकार गुरुवार की शाम मुहर लग ही गई। तमाम अटकलों को विराम देते हुए सिद्ध कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिले। इस दौरान करीब आधे घंटे तक पंजाब की राजनीति पर चर्चा की। यूं तो सिद्धू के कांग्रेस में शामिल होने के संकेत उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने पहले ही दे दिए थे। नवजोर कौर पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुकी है। राहुल गांधी से मिलने के बाद अब नवजोत सिद्धू औपचारिक रुप से कांग्रेस पार्टी को जवाइन कर कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ पंजाब के विधानसभा चुनावों में पार्टी के काम करेंगे। इससे पूर्व खुद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिद्धू के अमृतसर ईस्ट विधानसभा से चुनाव लडऩे के संकेत दे दिए थे। पूर्व क्रिकेटर व नेता नवजोत सिद्धू का राजनीतिक सफर खासा चर्चाओं में रहा। भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने बाद उन्होंने क्रिकेट कमेंटरी करते हुए वर्ष 2004 में वे राजनीति में आए। 2004 के लोकसभा चुनावों में सिद्धू अमृतसर से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और विजयी रहे। फिर 2009 में भी उन्हें चुनाव में सफलता मिली। 20014 में भाजपा ने अमृतसर से अरुण जेटली को चुनाव लड़ाया तो सिद्धू के पार्टी से संबंधों पर खटास आई। 2016 में भाजपा ने उन्हें राज्यसभा में भेजा तो भाजपा से उनके संबंध सामान्य होते नजर आए। लेकिन कुछ ही समय बाद उन्होंने राजयसभा से इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया। इस बीच उनके आम आदमी पार्टी से जुडऩे की खबर भी आई। जिसे सिद्धू ने सिरे से खारिज कर दिया। अपने 13 साल के राजनीति सफर को बरकरार रखने के मामले में कांग्रेस ही सिद्धू के लिए अंतिम विकल्प बनकर उभरी। अब देखना है कि सिद्धू पंजाब के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को कहा तक सफलता दिलाने में कामयाब रहते हैं।

LEAVE A REPLY