– पहली बार केबिनेट बने कृपलानी को यूडीएच से नवाजा
जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान सरकार के मंत्रिमण्डल विस्तार के बाद शनिवार शाम को मंत्रियों को विभागों का दायित्व भी दे दिया है। विभागों के बंटवारे ने कई मंत्रियों को कद बढ़ा दिया तो कुछ का घटा दिया। हालांकि वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया, नंदलाल मीणा, प्रभुलाल सैनी, वासुदेव देवनानी, अनिता भदेल, यूनुस खान, अरुण चतुर्वेदी, अमराराम, कृष्णेन्द्र कौर (दीपा), ओटाराम, अजय सिंह किलक व पुष्पेन्द्र सिंह राणावत के विभाग नहीं बदले हैं। वहीं पुष्पेन्द्र सिंह को विधि विभाग का अतिरिक्त जिम्मा देकर कद बढाया है। इनके पास पूर्व वाले ही विभाग ही हैं। इनके विभाग नहीं बदले है। इससे साफ संकेत है कि ये सभी पार्टी और सरकार के भरोसेमंद है। हालांकि अनिता भदेल, वासुदेव देवनानी के विभाग बदले जाने की काफी चर्चा थी। विभागों के बंटवारे में कालीचरण सराफ, सुरेन्द्र गोयल, सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी मजबूती से उभरे हैं। वहीं किरण माहेश्वरी, राजेन्द्र राठौड़, हेमसिंह भडाना का कद कुछ घटा है। सरकार ने उच्च शिक्षा मंत्री रहे कालीचरण सराफ को मेडिकल तो ग्रामीण विकास विभाग संभाल रहे सुरेन्द्र गोयल को जलदाय विभाग का जिम्मा सौंपा है। दोनों ही विभाग सरकार के सबसे महत्वपूर्ण है। मेडिकल देख रहे राजेन्द्र राठौड़ को ग्रामीण विकास विभाग दिया है। वे ससंदीय कार्य भी देखते रहेंगे। मेडिकल के मुकाबले ग्रामीण विकास विभाग कमतर विभाग माना जाता है, हालांकि ग्रामीण विकास के लिए यह विभाग सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। वहीं पहली बार केबिनेट मंत्री बने श्रीचंद कृपलानी को यूडीएच जैसे सबसे प्रमुख विभाग से नवाजा है। कृपलानी संघ और पार्टी के भरोसेमंद कार्यकर्ता है। यूडीएच मंत्री रहे राजपाल सिंह शेखावत को उधोग की जिम्मेदारी दी है। यह विभाग भी उतना महत्वपूर्ण है, जितना यूडीएच। चर्चा है कि सरकार के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट रिंगरोड, सर्किल विस्तार, राजमहल होटल विवाद, अमानीशाह नाला सौन्दर्यन, मुख्यमंत्री आवास समेत प्रमुख प्रोजेक्टों में उत्साहजनक परिणाम नहीं देने के कारण राजपाल सिंह का विभाग बदला गया है। हालांकि उनके अनुभव व वरिष्ठता को देखते हुए उधोग जैसे महत्वपूर्ण विभाग सौंपा है। बाबूलाल वर्मा को खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग देकर कद बढ़ाया है। श्रम राज्यमंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को खनन तो खनन जैसा विभाग संभाल रहे राजकुमार रिणवां को कमतर विभाग देवस्थान का जिम्मा दिया है। इसी तरह जलदाय विभाग संभाल रही किरण माहेश्वरी को उच्च शिक्षा का तो खाद्य व नागरिक आपूर्ति मंत्री हेमसिंह भडाना को सामान्य प्रशासन विभाग की जिम्मेदारी दी है। जलदाय विभाग में हुए करोड़ों रुपए के घूसकाण्ड और घोटालों के चलते किरण माहेश्वरी का विभाग बदला गया है। नए मंत्री बने बंशीधर बाजिया को चिकित्सा व स्वास्थ्य राज्यमंत्री, सुशील कटारा को जनस्वास्थ्य व भूजल, कमसा मेघवाल को जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, जसवंत यादव को श्रम-नियोजन, धनसिंह रावत को पंचायती राज व ग्रामीण विकास राज्यमंत्री का जिम्मा दिया है। सरकार ने ओमप्रकाश हुडला, कैलाश वर्मा, शत्रुध्न गौतम, भीमा भाई व नरेन्द्र नागर को संसदीय सचिव बनाया गया है।

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