जयपुर। राजस्थान के जयपुर में महारानी फार्म स्थित सरस डेयरी से बूथ पर 14 अगस्त को हुई 10 लाख रुपए की लूट का पुलिस ने गुरुवार को पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से लूट की 2 लाख रुपए की राशि भी बरामद कर ली है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पिछले वर्ष 10 सिंतबर को सीतापुरा पुलिया के उपर की 1.50 लाख की लूट को अंजाम देना भी स्वीकार किया है।

पुलिस उपायुक्त (जयपुर पूर्व) कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि 14 अगस्त को महारानी फार्म स्थित सरस डेयरी पर 10 लाख रुपए की लूट का मामला सामने आया था। जहां 2 मोटरसाइकिलों पर सवार होकर आए 6 जनों ने सरस डेयरी के कैशियर अजय सिंह राजावत से मारपीट कर 10 लाख रुपए की राशि से भरा बैग छिनकर भाग छूटे थे। पुलिस ने मामले की पड़ताल के लिए टीम गठित कर जांच शुरू की।

-हर राह के खंगाले सीसीटीवी कैमरे
एडीसीपी हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि जांच के दौरान सामने आया कि आरोपी दुर्गापुरा महारानी फार्म पुलिया के उपर से मानसरोवर की ओर भागे हैं। जहां पुलिस ने इस मार्ग पर पडऩे वाले हर प्रतिष्ठान के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले और सुराग जुटाए। वहीं जांच में सांगानेर पुलिस को कुछ संदिग्ध युवकों की सूचना मिली। इस पर 25-बी विष्णु गार्डन कॉलोनी, निर्मल हैप्पी स्कूल के सामने सांगानेर निवासी केशव उर्फ कपिल शर्मा (23) पुत्र महेश विजय शर्मा व सांगानेर एयरपोर्ट स्थित 13 एफ 45 शांति कॉलोनी निवासी आकाश उर्फ इल्लु (24) पुत्र सतीश कुमार शर्मा को सीताबाड़ी स्थित एक खाली प्लाट से दस्तायाब किया। जब पुलिस ने उसने पूछताछ की तो पहले वे पुलिस को उलझाते रहे। बाद में सख्ती दिखाई तो वे टूट गए और वारदात के बारे में जानकारी दे दी। जिस पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर उनके दो अन्य साथियों 12 राधाकृष्ण कॉलोनी द्वितीय जगतपुरा निवासी श्रवण कुमार उर्फ डोडिया (34) पुत्र सुखाराम मीणा तथा श्याम कॉलोनी सीताबाड़ी टोंक रोड निवासी सुरेन्द्र उर्फ सोनू सिंह पुत्र प्रहलाद सिंह को गिरफ्तार कर लिया।

-राशि व बाइक की बरामद
पुलिस ने बताया कि चारों आरोपियों से पूछताछ के बाद वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल अपाची, सीबीआर व पल्सर बरामद कर ली। इसी तरह लूटी गई 10 लाख रुपए की राशि में से 2 लाख रुपए की राशि बरामद कर ली। मामले में फरार अन्य आरोपियों के संबंध में पुलिस अभी तलाश में जुटी हुई है। इसके बाद ही शेष राशि का पता चल पाएगा। पूछताछ में बताया कि इस वारदात को अंजाम देने के लिए उनकी नजर में करीब एक महीने पहले से ही थी। जिसकी उन्होंने पूरी रैकी भी की।

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