राजस्व लोक अदालत अभियानः ‘न्याय आपके द्वार-2018‘

जयपुर। जयपुर जिले में सम्पन्न राजस्व लोक अदालत-न्याय आपके द्वार अभियान के चौथे चरण के तहत उपखण्ड अधिकारी, सहायक कलक्टर एवं तहसीलदारों के स्तर पर आयोजित शिविरों 2 लाख 11 हजार 252 प्रकरणों का निस्तारण किया गया है। जिला कलक्टर  सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि तहसीलदारों के स्तर पर शिविरों में एक लाख 99 हजार 665 तथा उपखण्ड अधिकारियाें एवं सहायक कलक्टर स्तर पर आयोजित शिविरों में 11 हजार 587 प्रकरणों का निस्तारण हुआ है।

तहसीलदारों के स्तर पर 28 हजार 616 नामांतरण दर्जजिला कलक्टर ने बताया कि जयपुर जिले में तहसीलदारों के स्तर पर राजस्व लोक अदालतों में आयोजित शिविरों में एक लाख 99 हजार 665 प्रकरणों का निस्तारण किया गया है। इसमें एल.आर.एक्ट 135 के तहत नामान्तकरण के 28 हजार 616,, खाता दुरूस्ती के 50 हजार 789, खाता विभाजन के 6 हजार 109 व सीमाज्ञान के 1067, गैर खातेदारी से खातेदारी अधिकार के 63 तथा एक्ट 183 के 6 प्रकरणाें का निस्तारण किया गया। इसके अलावा 37 हजार 219 राजस्व रिकार्ड की नकल प्रदान की गई तथा 74 हजार 230 अन्य प्रकरणों का निस्तारण किया गया। साथ ही सीमाज्ञान के लिए 1313 तथा नये राजस्व गांवो के लिए 7 आवेदन प्राप्त किए गए है।

चौमू तहसील प्रथम स्थान पर जयपुर जिले में तहसीलदारों स्तर पर आयोजित शिविरों में चौमू तहसील 40 शिविरों में सर्वाधिक 22 हजार 366 प्रकरणों के निस्तारण के साथ प्रथम स्थान पर रही। शाहपुरा तहसील 37 शिविरों में 19 हजार 765 तथा जमवारामगढ़ तहसील 36 शिविरों में 18 हजार 297 प्रकरणों के निस्तारण के साथ जिले में क्रमशः दूसरे व तीसरे स्थान पर रही।खातेदारी अधिकार के 1489 प्रकरण निस्तारितजिला कलक्टर ने बताया कि जिले मेें उपखण्ड अधिकारियों एवं सहायक कलक्टर के स्तर पर आयोजित राजस्व लोक अदालत के 523 शिविरों में 11 हजार 587 प्रकरणों का निस्तारण किया गया है।

एसडीएम व एसीएम के स्तर पर शिविरों में एक्ट 53 आपसी सहमति से विभाजन के एक हजार 53 तथा एक्ट 88 में खातेदारी अधिकार के एक हजार 489 प्रकरण निस्तारित करते हुए लोगों को लाभान्वित किया गया। एक्ट 136 के तहत इन्द्राज दुरूस्ती के 3 हजार 649, एक्ट 188 में स्थाई निषेधाज्ञा के 581, नामांतरण अपील के 90, इजराय के 830, रास्ते संबंधी 129, गैर खातेदारी से खातेदारी के 14, एक्ट 83, 183 व 212 आर.टी एक्ट के 3 हजार 490 तथा पत्थरगढ़ी के 223 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। इनमें 7 हजार 30 पुराने व 4 हजार 557 नये प्रकरण शामिल है।

सहायक कलक्टर-सांभर अव्वल स्थान पर जयपुर जिले में उपखण्ड अधिकारियों एवं सहायक कलक्टर के स्तर पर आयोजित शिविरों में सहायक कलक्टर, सांभर 32 शिविरों में सर्वाधिक एक हजार 922 प्रकरणों के निस्तारण के साथ प्रथम स्थान पर रहे, जबकि उपखण्ड अधिकारी, सांभर 31 शिविरों में एक हजार 541 तथा उपखण्ड अधिकारी, बस्सी 20 शिविरों में 825 प्रकरणों के निस्तारण के साथ जिले में क्रमशः दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे।

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