जयपुर। राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया के गैंगस्टर आनन्दपाल एनकाउंटर मामले में सीबीआई जांच नहीं करवाने संबंधी बयान के बाद राजपूत समाज में गुस्सा देखा जा रहा है। सोशल मीडिया में तो राजपूत समाज के युवा कटारिया के इस बयान पर जबरदस्त गुस्सा निकाल रहे हैं। भाजपा और सरकार के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। यहां तक कह रहे हैं कि सरकार शुरु से ही नहीं चाहती थी कि आनन्दपाल मामले की जांच सीबीआई करें। अब जब सीबीआई ने जांच शुरु कर दी है तो सरकार द्वारा आनन्दपाल एनकाउंटर मामले के साथ सांवराद हिंसा व सुरेन्द्र सिंह मौत मामले को भी जांच में शामिल करके राजपूत नेताओं व सैकड़ों युवाओं को परेशान करने के आरोप लगाए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर उप चुनाव सीटों पर भाजपा के खिलाफ वोट देने की अपील भी की जा रही है। उधर, कटारिया के बयान पर राजपूत रावणा संघर्ष समिति के प्रवक्ता दुर्ग सिंह खींवसर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। दुर्ग सिंह खींवसर ने कहा कि कटारिया के बयान से साफ है कि राज्य सरकार की नीयत साफ नहीं है। राजपूत समाज के दबाव में आकर सरकार ने सीबीआई जांच की बात भले ही मान ली है, लेकिन अब अपना गुस्सा राजपूत नेताओं व समाज के युवाओं पर निकाल रही है। इसलिए सांवराद हिंसा व सुरेन्द्र सिंह मामले को सीबीआई जांच के दायरे में लिया है, ताकि इन्हें प्रताडित किया जा सके। लेकिन राजपूत समाज इतना कमजोर नहीं है कि सीबीआई जांच से डर जाए। राजपूतों की अनदेखी, उपेक्षा और प्रताड़ना को राजपूत समाज खूब समझ रहा है। समय पर इसका जवाब भी देगा।