labour law

जयपुर। राजस्थान में कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ का आंदोलन दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। महासंघ के के आव्हान पर मंगलवार, 13 दिसम्बर को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर धरने दिए जाएंगे और सरकार की चेतना जागृत करने के लिए सद्बुद्धि यज्ञ किए जाएंगे। महासंघ के संयुक्त महामंत्री अर्जुन शर्मा के मुताबिक, बीकानेर में धरने का नेतृत्व महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष आयुदान सिंह कविया करेंगे। जोधपुर में के.के. गुप्ता वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं उदयपुर में तेजसिंह राठौड प्रदेश महामंत्री, अजमेर संभाग पर लगने वाले धरने का नेतृत्व क्षेत्रीय मंत्री अजय सैनी करेंगे। शर्मा ने आरोप लगाया कि महासंघ द्वारा चलाया जा रहा आंदोलन उग्र होता जा रहा है परन्तु सरकार गंभीर नहीं है। इसके परिणाम सरकार को भुगतने पडेंगे। वर्तमान सरकार जहाँ अपने तीन वर्ष के कार्यकाल के कार्यों का बखान करने जा रही है वहीं प्रदेश के कर्मचारी,मजदूर,बेरोजगार युवक धरना दे रहे है। यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। जब तक सरकार 7वें वेतन आयोग की सिफ ारिशें लागू नहीं करती है तब तक महासंघ का आंदोलन जारी रहेगा। महासंघ ने हडताल तक की तैयारियाँ पूर्ण कर ली है। महासंघ द्वारा चलाया जा रहा कर्मचारी आंदोलन गांव-गांव, ढाणी-ढाणी तक पहुंच गया है। कर्मचारियों में भारी आक्रोश है व इस असंतोष की ज्वाला सम्पूर्ण प्रदेश में फैल चुकी है। सरकार ने समय रहते महासंघ से द्विपक्षीय वार्ता नहीं की एवं 15 सूत्रीय मांग-पत्र का निराकरण नहीं किया तो स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है, जिसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार की होगी।

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