delhi.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने ओडिशा दौरे के दौरान 24 दिसंबर, 2018 को इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड की पारादीप-हैदराबाद पाइपलाइन उत्पाद परियोजना (पीएचपीएल) और भारतीय गैस प्राधिकरण लिमिटेड (गेल) की जगदीशपुर-हल्दिया एवं बोकारो-धामरा गैस पाइपलाइन परियोजना (प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा) के बोकारो-अंगुल खंड की आधारशिला रखेंगे। यह जानकारी पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी। इस अवसर पर संस्कृति, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री डॉ. महेश शर्मा भी उपस्थित थे।
1212 किलोमीटर लम्बी पारादीप-हैदराबाद उत्पाद पाइपलाइन से जुड़ी विस्तृत जानकारी देते हुए प्रधान ने कहा कि पीएचपीएल का निर्माण 3800 करोड़ रुपये की स्वीकृत लागत से इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। यह पाइपलाइन 4.5 एमएमटीपीए पेट्रोल, डीजल, केरोसीन और एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) की ढुलाई करने में सक्षम होगी। यह पाइपलाइन पारादीप से शुरू होकर तीन राज्यों यथा ओडिशा (329 किलोमीटर), आंध्र प्रदेश (723 किलोमीटर) और तेलंगाना (160 किलोमीटर) से होकर गुजरने के बाद हैदराबाद तक जाएगी। इस पाइपलाइन में बेहरामपुर, विजाग, राजामुंद्री और विजयवाड़ा में वितरण सह पम्पिंग केन्द्र होंगे। उन्होंने कहा कि अपने निर्माण कार्य के दौरान रोजगारों का सृजन करने के अलावा पीएचपीएल तीन राज्यों में पेट्रोलियम उत्पादों की बेहतरीन ढुलाई सुनिश्चित करेगी तथा इसके साथ ही पूर्वी भारत के एक ऊर्जा केन्द्र (हब) के रूप में पारादीप की स्थिति और ज्यादा मजबूत होगी।
श्री प्रधान ने कहा कि ऐतिहासिक जगदीशपुर-हल्दिया-बोकारो-धामरा पाइपलाइन परियोजना (प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा) के 667 किलोमीटर लम्बे बोकारो-अंगुल पाइपलाइन खंडों का निर्माण 3437 करोड़ रुपये की स्वीकृत लागत से भारतीय गैस प्राधिकरण लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह पाइपलाइन ऐतिहासिक प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना का एक हिस्सा है और यह ओडिशा के पांच जिलों (367 किलोमीटर) तथा झारखंड के छह जिलों (360 किलोमीटर) से होकर गुजरेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ओडिशा में भारत सरकार की 14523 करोड़ रुपये के निवेश वाली कई परियोजनाओं की शुरुआत/शिलान्यास करेंगे। यह निवेश प्रधानमंत्री के विजन ‘पूर्वोदय’ के तहत केन्द्र सरकार द्वारा इस राज्य पर किये जा रहे फोकस के अंतर्गत किया जा रहा है।