Petrol or diesel

नई दिल्ली। देश में व्याप्त भ्रष्टाचार का खात्मा तथा आर्थिक रूप से देशवासियों को सबल बनाने के रंगीन सपने दिखा केंद्र में आई सरकार की कार्यप्रणाली और नीयत पर अब सवाल उठने लगे हैं। आम जनता महंगाई की मार से त्रस्त है। हालिया मामला पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों में रोज हो रही बढ़ोतरी का है। जबकि, सरकार द्वारा इनकी कीमतें नियंत्रित करने के लिए एक जुलाई से नया प्लान लाया गया और प्रतिदिन इनकी कीमतें निर्धारित करने की कवायद शुरू हुई। लेकिन, हैरानी की बात यह है कि नया प्लान लागू होने के बावजूद पेट्रोल तथा डीजल के दामों में रोज बढ़ोतरी हो रही है।

 

आलम यह है कि 1 जुलाई से लेकर सात सितंबर तक पेट्रोल के मूल्य में जहां आठ रुपये की वृद्धि हो गई, वहीं डीजल के दाम में भी पांच रुपये का इजाफा हो चुका है। यह हाल तब है, जब दूसरे देशों में पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी आ रही है। इसकी बानगी विगत दो महीने का डीजल-पेट्रोल की कीमतों में उतार-चढ़ाव की प्रक्रिया में देखी जा सकती है। 1 जुलाई को जहां पेट्रोल 66.2 एवं डीजल 56.83 रुपये था। वहीं, 10 सितंबर को पेट्रोल 74.36 तथा डीजल 61.71 रुपये प्रति लीटर पंपों पर बिक रहा था।

1 जुलाई से सितंबर के पहले सप्ताह तक कीमतों का लेखा-जोखा: तारीख पेट्रोल डीजल

1 जुलाई 66.2 56.83 रुपये प्रति ली.

10 जुलाई 66.75 58.08 (वृद्धि-पेट्रोल 73 पैसे, डीजल 1.25 पैसे)

20 जुलाई 68.89 58.8 (वृद्धि-पेट्रोल 2.37 पैसे, डीजल अपरिवर्तित)

31 जुलाई 69.89 59.26 (वृद्धि-पेट्रोल 1.11 पैसे, डीजल 46 पैसे)

1 अगस्त 69.86 59.24 (पेट्रोल अपरिवर्तित, डीजल 1 पैसे की कमी)

10 अगस्त 71.41 60.5 (वृद्धि-पेट्रोल 1.55, डीजल 81 पैसे)

20 अगस्त 72.81 60.76 (वृद्धि-पेट्रोल 1.40, डीजल 71 पैसे)

31 अगस्त 73.58 60.74 (वृद्धि-पेट्रोल 69, डीजल 2 पैसे)

1 सितंबर 73.54 60.7 (पेट्रोल 4 तथा डीजल 4 पैसे की कमी)

10 सितंबर 74.36 61.71 (वृद्धि-पेट्रोल 1.82 रुपये, डीजल 1.69 रुपये)

उपरोक्त आंकड़े सरकार की कारगुजारियों का चिट्ठा खोल रहे हैं। अमूमन प्रति दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। जबकि, सरकार आर्थिक सुधार का दावा कर अपने मुंह मियां मिट्ठू बन रही है।

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