Pollution in Delhi: Congress said, Modi and Kejriwal's government will not be able to cleanse others

नयी दिल्ली। दिल्ली में वायु प्रदूषण के बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच जाने के लिए कांग्रेस ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार एवं दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इन दोनों को पड़ोसी राज्यों के किसानों सहित दूसरों पर ठीकरा फोड़ना बंद कर देना चाहिए । पार्टी ने कहा कि इन दोनों सरकारों को बताना चाहिए कि उसने प्रदूषण को रोकने के लिए अब तक क्या कदम उठाये। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पेरिस में जाकर जलवायु परिवर्तन से निबटने के उपाय लागू करने की तो बात करते हैं, किन्तु उन्हें यह बताना चाहिए कि वह दिल्ली में इन उपायों को कब लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में ह्यह्यप्रदूषण के रूप में काले और जहर के जो बादल छाये हुए हैं, उनसे निजात पाने के लिए केन्द्र एवं दिल्ली की सरकार क्या कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आज प्रदूषण की जो स्थिति है उसके लिए केन्द्र एवं राज्य की सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार एवं कजेरीवाल सरकार को हरिणाया एवं पंजाब के किसानों सहित अन्य के सिर पर ठीकरा फोड़ने के बजाय यह बताना चाहिए कि उन्होंने इस दिशा में क्या कदम उठाये। सुरजेवाला ने कहा कि केन्द्र सरकार को बताना चाहिए कि किसान अपने खेतों में पराली नहीं जलाये इसके लिए उन्हें क्या प्रोत्साहन दिया गया।

उन्हें कौन से यंत्र मुहैया कराये गये। उन्होंने कहा कि कोई भी मेहनतकश किसान अपने खेत पर पराली नहीं जलाना चाहता। सुरजेवाला ने कहा कि सरकार बताये कि उसने फसल की भुसी से बिजली बनाने की दिशा में कौन से कदम उठाये ताकि पराली जलाने की समस्या से निजात मिल सके। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार हर दिन 50-60 किमी सड़क बनवाने का दावा करती है। किन्तु उसे यह बताना चाहिए कि दिल्ली के बाहरी क्षेत्र को घेरने वाले 300 किमी लंबे ह्यह्यपैरीफेरल एक्सप्रेसह्णह्ण का काम अभी तक पूरा क्यों नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं दिल्ली की सरकार को यह भी बताना चाहिए कि वाहनों एवं निर्माण कार्य से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए उन्होंने क्या किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण में वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण का करीब 45 प्रतिशत और निर्माण कार्यों से होने वाले प्रदूषण का करीब 25 प्रतिशत योगदान है। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल द्वारा पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की पेशकश किये जाने के बारे में पूछने पर सुरजेवाला ने कहा कि इस बैठक से पार्टी को कोई आपत्ति नहीं है। किन्तु इस बैठक में ठोस उपायों पर चर्चा होनी चाहिए। यह बैठक महज फोटो खिंचवाने के अवसर में तब्दील नहीं होनी चाहिए।

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