जयपुर। राजस्थान कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं जयपुर जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि जयपुरिया हॉस्पिटल में डॉक्टर और चिकित्साकर्मियों द्वारा डिलीवरी के लिये पहुंची महिला को अस्पताल में भर्ती नहीं करके, वापिस रवाना कर देने पर महिला की सड़क पर ही डिलीवरी हो गई, यह प्रदेश की महिला मुख्यमंत्री के लिये शर्म की बात है। राज्य सरकार की चिकित्सा व्यवस्थाओं को लेकर इस घटना से सभी दावे फेल हो गये हैं और सरकार का असली काला चेहरा सामने आ गया है। राजस्थान की मुख्यमंत्री एक महिला हैं तथा जयपुरिया अस्पताल जहां सड़क पर महिला को डिलीवरी के लिये मजबूर किया गया, यह अस्पताल चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ के विधानसभा क्षेत्र मालवीय नगर में आता है। राजधानी जयपुर में चिकित्सा मंत्री का विधानसभा क्षेत्र होना और प्रदेश में महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद एक महिला को सड़क पर बच्चे को जन्म देना पड़ा। इसके बावजूद राज्य सरकार के मंत्री और सभी बड़े अधिकारी सिर्फ सफाई देने में लगे हैं, ऐसे में क्या सरकार की जिम्मेदारी नहीं बनती कि पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर जो हालात खराब हैं, उन हालातों को सुधारा जाये। अभी कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र झालावाड़-बांरा में एक बच्चे की मृत्यु हो जाने पर, एम्बूलेंस के अभाव में पिता अपने बच्चे को सात किलोमीटर तक पैदल ही लेकर जाने के लिये मजबूर हो गया।
पूरे प्रदेश में इस तरह की घटनायें रोज घट रही हैं लेकिन राज्य सरकार के नेता इन अव्यवस्थाओं को खत्म करने की बजाय यदि कहीं कोई गलत घटना घटती है तो उस पर पर्दा डालकर अपनी सरकार के बचाव में लग जाते हैं जबकि ऐसे मामलों में तुरन्त सख्त कार्यवाही की जानी चाहिये, जिससे भविष्य में किसी भी अस्पताल में महिला और मरीजों के साथ दुव्र्यवहार बंद हो तथा जननी सुरक्षा योजना में होने वाला भ्रष्टाचार समाप्त हो सके।
खाचरियावास ने कहा जननी सुरक्षा योजना के तहत यदि कोई महिला गर्भवती है तो उसको लेने के लिये एम्बूलेंस जायेगी, यदि वो प्राईवेट वाहन से आयेगी तो उसे आने-जाने का किराया मिलेगा, उसका ईलाज, दवाईयां सभी फ्री में सुरक्षा योजना के तहत किया जाता है लेकिन सड़क पर डिलीवरी होने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश में जननी सुरक्षा योजना में चिकित्सा विभाग में राज्य सरकार की मिलीभगत से बड़ा घोटाला हो रहा है और सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर अपनी मनमानी करने में लगे हुये हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि यदि सरकार ने इस मामले में तुरन्त कार्यवाही नहीं की तो कांग्रेस पार्टी चुप नहीं रहेगी।