बीकानेर। 68 वर्षीय अंतराष्ट्रीय ख्यातनाम शंखवादक बीकानेर निवासी श्री कन्हैयालाल सेवग उर्फ मामाजी का कल मध्यरात्रि देहांत हो गया स्वाश लेने में तकलीफ होने पर उनके पुत्र मध्यरात्रि 2 बजे पीबीएम अस्पताल लेकर गए जहाँ उन्होंने अंतिम सांस लीे कन्हैयालाल मामा का शंखनाद बीकानेर में ही नही अपितु पूरे विश्व मे प्रशिद्ध था 101 तरीके से शंखनाद कर मामा ने पूरे विश्व मे अपनी और भारत की पहचान बनाई,यही नही भारत के राष्ट्रपति प्रधानमंत्री और राज्यपालों के भी शुभकामना संदेश कन्हैयालाल मामा को उनकी शंखनाद की वजह से मिले है हर धार्मिक और सरकारी गेर सरकारी कार्यक्रमो की शुरआत कन्हैयालाल मामा के शंखनाद से ही होतीे हाल ही में कन्हैयालाल सेवग ने 15 अगस्त को सुबह 11 बजे से रात्रि 1 बजे तक लगातार शंखनाद किया जिसको की गिनीज बुक आॅफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए चयनित किया गया है आज सुबह 10 बजे उनका अंतिम संस्कार हमालो की बारी के बाहर स्थित शाकद्वीपीय मरघट भूमि पर किया गया कन्हैयालाल मामा को उनके ज्येष्ठ पुत्र शिवकुमार शर्मा ने मुखाग्नि दीे कन्हैयालाल मामा की अंतिम यात्रा में पार्षद राजेंदर शर्मा पार्षद दाऊदयाल सेवग शहर कांग्रेस प्रवक्ता नितिन वत्सस विप्र उपाध्यक्ष मयूर शर्मा प्रशिद्ध संगीत मनीषी डॉ मुरारी शर्मा सहित शहर के प्रबुद्ध नागरिक और व्यापारीगण शामिल रहे जिन्होंने मामा को श्रद्धांजलि अर्पित की वही कन्हैयालाल मामा के असमायिक निधन पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत पूर्व काबीना मंत्री डॉ बुलाकिदास कल्ला प्रदेश कॉन्ग्रेस सदस्य पूर्व महापौर भवानिशंकर शर्मा वरिष्ठ कांग्रेसी जनार्दन कल्ला ने शोक व्यक्त करते हुए एक अनूठे कलाकार की अपूरणीय क्षति बताया।