Flood-warning

नयी दिल्ली : बाढ़ के लिहाज से जोखिम भरे क्षेत्रों में लोगों को शीघ्र से शीघ्र उसकी चेतावनी (बाढ़ पूर्व चेतावनी) पहुंचाने के लिए वैज्ञानिकों ने ट्विटर और विभिन्न एप द्वारा जानकारी एकत्र कर एक नयी प्रणाली विकसित की है। यूके में डूंडी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने दर्शाया कि कैसे मोबाइल एप के जरिए ट्विटर और लोगों से जानकारी एकत्रित कर शहरी इलाकों में बाढ़ की शीघ्र चेतावनी देने के लिए ‘हाइपर-रेजोल्यूशन मॉनिटरिंग’ का निर्माण किया जा सकता है।

डाटा संग्रह एवं विश्लेषण की जटिलताओं के कारण शहरी इलाकों में बाढ़ के खतरे को भांप पाना मुश्किल होता है। यह विस्तृत जोखिम विश्लेषण, बाढ़ नियंत्रण और संख्यात्मक मॉडल के सत्यापन में अड़चन डालता है। शोधकर्ताओं ने इस समस्या को सुलझाने के लिए यह पता लगाया कि कैसे नवीनतम ‘‘एआई’’ तकनीक का इस्तेमाल सोशल मीडिया और एप पर उपयोगकर्ताओं द्वारा प्रदान किए गए आंकड़ों को हासिल करने के लिए किया जा सकता है।

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