Shiv Sena

ग्वालियर। ईवीएम से छेड़छाड़ को लेकर अब तक बसपा प्रमुख मायावती व आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल सवाल उठाते आए हैं। लेकिन मध्यप्रदेश के भिंड में जो कुछ हुआ उसको लेकर हर कोई हतप्रभ रहा गया। भिंड में अगले हफ्ते बाई इलेक्शन होना है। इसी को लेकर वीवीपीएटी (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) की जांच की जा रही थी। यहां जांच के दौरान जब ईवीएम का बटन दबाया गया तो कमल का फूल प्रिंट हुआ मिला। जब इस मामले में मीडिया ने सवाल उठाया तो चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर ने धमकी देते हुए कहा खबर छापी तो थाने भिजवा दिया जाएगा। इस मामले में चुनाव आयोग ने रिपोर्ट तलब कर ली है। गौरतलब है कि एमपी के अटेर और बांधवगढ़ विधानसभा सीट के लिए 9 अप्रैल को उपचुनाव होने हैं। इन दोनों ही विधानसभा चुनाव में इस बार वीवीपीएटी से मतदान होगा। इस मशीन की यह खास बात है कि मतदान के बाद वह पर्ची निकलती है, जिसको आपने मत डाला है। हालांकि इस पर्ची को घर ले जाने का प्रावधान नहीं है। यह पर्ची चुनाव आयोग के पास कुछ माह तक सुरक्षित रहती है। शुक्रवार को चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर सलीना सिंह भिंड पहुंची। उनके सामने इस मशीन का डेमो हुआ। इस मशीन से जुड़ी ईवीएम पर बटन दबाया तो वीवीपीएटी से पर्ची निकली, जो सत्यदेव पचौरी के नाम से थी और उस पर कमल का फूल चुनाव चिन्ह था। दोबारा अलग बटन दबाया तो फिर कमल का फूल प्रिंट हुआ। तीसरी बार में बटन दबाया तो पंजा निकला। इधर मामला सामने आने के साथ ही कांग्रेस व अन्य पार्टियों ने विरोध जताया। कांग्रेस नेता गोविंद सिंह ने कहा कि मीडिया को धमकाया जा रहा है। चुनाव आयोग सलीना सिंह के खिलाफ कार्रवाई करे। मशीन को लेकर जो आशंकाएं जताई वो सीईओ के सामने सही साबित हुई। अटेर में मतपत्र से चुनाव कराए जाए। इधर भिंड कलेक्टर इलैया राजा ने बताया कि सीईओ सलीना सिंह ने दोनों बार भाजपा के सिंबल वाला बटन दबाया। सभी राजनीतिक दलों के सामने एक बार फिर मशीन का डेमो किया जाएगा।

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