नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने करीब 380 निदेशकों एवं उप सचिवों से सरकार के विभिन्न विभागों एवं मंत्रालयों के कामकाज के बारे में चर्चा की और साल 2022 तक ‘‘न्यू इंडिया’’ बनाने की दिशा में पूर्ण समर्पण के साथ काम करने तथा कामकाज में आने वाली रूकावटों को दूर करने पर जोर दिया । प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री ने चार समूहों में इन निदेशकों एवं उप सचिवों के साथ चर्चा की । यह बातचीत सत्र अक्तूबर के महीने में अलग अलग दिनों में आयोजित किये गए । अंतिम चर्चा 17 अक्तूबर को हुई । प्रत्येक सत्र में बातचीत करीब दो घंटे तक चली ।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि अधिकारियों को साल 2022 तक न्यू इंडिया के सपने को साकार करने के लिये पूर्ण समर्पण के साथ काम करना चाहिए । सरकार के कामकाज में कुछ रूकावटें है और अधिकारियों को इन्हें समाप्त करने के लिये नवोन्मेषी रास्ते तलाशने चाहिए । इससे सरकार के कामकाज की विभिन्न प्रक्रियाओं को गति मिलेगी । उन्होंने कहा कि निदेशक और उप सचिव स्तर के अधिकारियों को टीमों का गठन करना चाहिए ताकि बेहतर परिणाम हासिल किये जा सकें। प्रधानमंत्री ने करीब 380 निदेशकों एवं उप सचिवों से सरकार के विभिन्न विभागों एवं मंत्रालयों के कामकाज के बारे में चर्चा की । इनमें सुशासन, भ्रष्टाचार, सार्वजनिक उपक्रम, सरकार ई बाजार, शिक्षा, कौशल विकास, कृषि, परिवहन, राष्ट्रीय एकता, जल संसाधन, स्वच्छ भारत, संस्कृति, संचार, पर्यटन जैसे विषय चर्चा के केंद्र में रहे ।
परिचर्चा के दौरान प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह और प्रधानमंत्री कार्यालय एवं कैबिनेट सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे ।