बठिंडा। पंजाब में विधानसभा चुनाव अब हिसंक मोड़ लेते नजर आ रहा है। मंगलवार की रात हुए बम विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 6 हो गई है। कांग्र्रेस प्रत्याशी हरमदर सिंह जस्सी की रैली के समीप मारुति कार में रखे प्रेशर कुकर बम धमाके में 3 लोगों की मौके पर मौत हो गई तो 12 अन्य लोग घायल हो गए थे। बुधवार को 3 और घायलों ने दम तोड़ दिया। चुनाव से चार दिन पहले हुई इस वारदात से राज्य में अब दहशत का माहौल है। घटना को अंजाम देने के पीछे आतंकियों के साथ खालिस्तानि संगठन पर शक जा रहा है। इधर सुबह से घटनास्थल पर फोरेंसिक टीम के साथ पुलिस जांच में जुट गई। घटना के बाद पंजाब के डीजीपी भी घटनास्थल पर पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मौड़ मंडी से कांग्रेस प्रत्याशी जस्सी मंगलवार रात करीब साढ़े आठ बजे मौड़ मंडी के ट्रक यूनियन व किरण अस्पताल के बीच रैली पूरी कर अपने दफ्तर की ओर चले ही थे। तभी मारुति 800 में रखे प्रेशर कुकर बम में जोरदार धमाका हुआ और अफरा-तफरी मच गई। विस्फोट के बाद मारुति कार हवा में उछली। जिससे जस्सी के चुनाव कार्यालय प्रभारी हरपाल सिंह पाली व दो अन्य के चिथड़े उड़ गए। मृतकों में पाली के अलावा दो भाई-बहन बताए जाते हैं जो भीख मांगने वहां पहुंचे थे। उनकी पहचान नहीं हो पाई है। जस्सी की सुरक्षा में सीआरपीएफ के 6 जवान हमेशा तैनात रहते हैं। ब्लास्ट में कमांडो दस्ते में तैनात आंध्र प्रदेश निवासी सीआरपीएफ के जवान राम बाबू भी घायल हो गए। घायलों को तुरंत पहले बठिंडा के मैक्स अस्पताल लाया गया। यहां से गंभीर रूप से घायल 5 लोगों को लुधियाना के सीएमसी अस्पताल भेज दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। एसडीएम लतीफ अहमद ने प्रारंभिक जांच के बाद बताया कि मारुति 800 में रखे प्रेशर कुकर में बम विस्फोट किया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूरी साजिश के तहत उक्त घटना को अंजाम दिया गया। दो दिन पहले से ही उक्त स्थान पर रैली की तारीख तय की गई थी। इसके बाद पुरानी मारुति कार में प्रेशर कुकर में बम रखकर रिमोट कंट्रोल के माध्यम से ब्लास्ट किया गया। जांच में कार का नम्बर जाली पाया गया। कांग्रेस प्रत्याशी हरमंदर सिंह जस्सी ने कहा कि घटना को अंजाम देने वालों ने उन्हें जान से मारने की कोशिश की है। राज्य में कानून व्यवस्था बदहाल है जिसका यह प्रत्यक्ष उदाहरण है। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी 1991 में चुनाव के दौरान आतंकी संगठनों द्वारा हिंसा की गई थी। जहां लुधियाना में ट्रेन में दो बार हमला कर 100 से अधिक निर्दोष लोगों को गोलियों से भून दिया गया था।

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