नई दिल्ली। यूपी में भाजपा को मिले प्रचंड बहुमत के बाद अब करीब-करीब सभी प्रमुख विपक्षी दल इन दिनों कोमा की स्थिति में चले गए हैं। उन्हें यह सुझ नहीं रहा कि आखिर मोदी नाम की सुनामी को किस प्रकार रोका जाए और खुद का वजूद कायम किया जाए। यही वजह है कि इन दिनों विपक्षी दलों के नेता अपनी-अपनी पार्टियों की रणनीति में बदलाव की बात कह रहे हैं। हाल ही जहां जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का बयान सामने आया। वहीं अब कांगे्रस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि कोई मूर्ख ही ऐसा कह सकता है कि 2019 में नरेन्द्र मोदी का अकेले हराया जा सकता है। विधानसभा चुनावों के परिणामों पर मीडिया से बात करते हुए अय्यर ने कहा कि कांग्रेस को अब अपने नेतृत्व में बदलाव करना होगा। यही सबसे बेहतर समय है। जब कांग्रेस जैसी पुरानी पार्टी को एक महागठबंधन करना होगा। ताकि 2019 के आम चुनाव में भाजपा की हार का पूरी तरह निश्चित किया जा सके। राष्ट्रीय राजनीति में कांगे्रस का कद लगातार घटा है। राजनीति में यदि कांग्रेस को बना रहना है तो अपनी रणनीति में बदलाव करना ही होगा। हमें पार्टी की बजाय महागठबंधन करना होगा, स्थानीय स्तर पर मजबूत नेताओं को आगे नहीं लाने की भूल ही है कि हम लगातार चुनाव हारते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की कोई जगह नहीं ले सकता। पंजाब में कांग्रेस को जो जीत मिली वो संकेत है कि अब मजबूत रिजनल लीडर्स पार्टी का भविष्य बदल सकते हैं। वहीं वर्किंग कमेटी में अनुभवी नेताओं को जगह देनी होगी। इधर पूर्व कांग्रेसी सांसद प्रिया दत्त ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को अब ऑटो इम्यूजन डिजीज ने घेर लिया है। यह बीमारी शरीर के सेल्स खत्म करती है। अब कांगे्रस को संभलने के लिए तुरंत फैसले लेने होंगे। पार्टी में अनेक लोग हैं जो पार्टी के लिए ही काम करते हैं। इनकी पहचान करनी होगी।

-जनप्रहरी एक्सप्रेस की ताजातरीन खबरों से जुडऩे के लिए यहां लाइक करेंं।

LEAVE A REPLY