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जयपुर. राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं जयपुर शहर जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास के नेतृत्व में आज कांग्रेस पार्षद दल का प्रतिनिधि मण्डल भ्रष्टाचार निरोधक विभाग झालाना डूंगरी स्थित कार्यालय में पहुंचा और उन्होंने जयपुर नगर निगम द्वारा कचरा संग्रहण को लेकर बीवीजी कंपनी को दिये गये कचरा उठाने के ठेके की राषि निर्धारित करने से लेकर, ठेका षुरू होने तक की प्रक्रिया पर कानूनी सवाल खड़े किये और एसीबी में कचरा संग्रहण में नगर निगम प्रषासन, जन प्रतिनिधियों की मिलीभगत से हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर परिवाद दायर किया।

खाचरियावास के नेतृत्व में कांग्रेस पार्षद दल का प्रतिनिधि मण्डल भ्रष्टाचार निरोधक विभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक आलोक त्रिपाठी से मिलकर परिवाद प्रस्तुत किया और उन्होंने इसकी जांच करने का विष्वास दिलाया। खाचरियावास ने परिवाद दायर करने के बाद संवाददाताओं से वार्ता करते हुये कहा कि बीवीजी कंपनी महाराष्ट्र से ब्लेक लिस्टेड कंपनी है। इस कंपनी को षुरू में ठेका देते वक्त कांग्रेस ने सवाल उठाये थे और कहा था कि जिस कंपनी को ठेका दिया जा रहा है, वह कई राज्यों में ब्लेक लिस्टेड कंपनी है। इसके बावजूद कंपनी के साथ मिलीभगत करके राज्य सरकार के बडे नेताओं, स्वायत षासन मंत्री श्रीचंद कृपलानी, मेयर अषोक लाहोटी व आयुक्त रवि जैन के आषीर्वाद से इस कंपनी को ठेका दे दिया गया। कंपनी ने ठेके की षर्तों का उल्लंघन करते हुये गैर कानूनी तरीके से कचरा संग्रहण का ठेका सात अन्य कंपनियों को 30 प्रतिषत कम राषि पर सबलेट कर दिया, जिससे बीवीजी कंपनी को प्रतिमाह बिना कचरा संग्रहण किये दो करोड़ पांच लाख रूपये घर बैठे प्राप्त हो जायेगें, जो कि सालाना करीबन 25 करोड़ के रूप में कंपनी बिना काम किये प्राप्त कर लेगी। सवाल यह खड़ा होता है कि मेयर, मंत्री और आयुक्त तीनों इस मामले में चुप्पी साधे हुये हैं, इनको जनता को यह बताना चाहिये कि किसकी मिलीभगत है और किसके दबाव से इस कंपनी को जनता के खून पसीने की गाढी कमाई जो टैक्स के रूप में वसूल की जाती है, उसे बेवजह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इस सारे प्रकरण में कौन-कौन अधिकारी और जन-प्रतिनिधि लिप्त है तथा आखिर इतना बड़ा भ्रष्टाचार किन लोगों के द्वारा किया गया है वो सच्चाई जनता के सामने आनी चाहिए।

खाचरियावास ने कहा कि पूरे जयपुर में सफाई नहीं हो रही है और कचरा हर जगह से उठता नहीं है। नगर निगम हमेषा पैसा नहीं होने और संसाधनों की कमी का रोना रोता रहता है जबकि निगम ने 25 करोड़ का भ्रष्टाचार करके यह साबित कर दिया है कि नगर निगम भ्रष्टाचार का अडडा बन गया है। जयपुर में सफाई, सीवरेज और विकास करने की बजाय नगर निगम टैक्स वसूली का विभाग बन गया है। नागरिकों और व्यापारियों को डरा-धमका कर नगर निगम के अधिकारी जबरन टैक्स की अवैध वसूली करते हैं और जो जनता से टैक्स वसूली की जा रही है उसे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाया जा रहा है। इस सारे मामले में निष्पक्ष जांच करके बीवीजी कंपनी का ठेका रदद करके, दोषी लोगों के विरूद्ध कार्यवाही नहीं की गई तो कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी और जयपुर में बडा आंदोलन करेगी। आज एसीबी में परिवाद दायर करने वाले षिष्ट मण्डल में जिलाध्यक्ष-प्रतापसिंह खाचरियावास के साथ कांग्रेस पार्षद दल के उपनेता-धर्मसिंह सिंघानिया, पार्षद-कमल वाल्मिकी, सुमन गुर्जर, मुकेष षर्मा, लक्ष्मणदास मोरानी, मंजू षर्मा, सुषील षर्मा, रमेष बैरवा, मो.षफीक कुरेषी, मोहनलाल मीणा, बजरंग कुमावत, कजोड़मल सैनी, कांग्रेस नेता-मनोज मुदगल, विमल यादव, हेमलता षर्मा, लियाकत पठान, रवि हेमलानी, दषरथ सिंह, सुषील गुर्जर, विनयप्रताप भोपर, जगदीष चैधरी, रमेष षर्मा, मनोज सिंह गोतोड़, रोहिताष सिंह चैहान सहित कांग्रेस कार्यकर्ता षामिल थे।

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