जयपुर. राजस्थान के तीन भाजपा सांसदों की मांग पर केंद्र सरकार ने राहुल गांधी से यात्रा रोकने की अपील की है। इसके लिए कोरोना महामारी बढ़ने का हवाला दिया है। भाजपा सांसद पीपी चौधरी, निहालचंद मेघवाल और देवजी पटेल की ओर से उठाई गई मांग को आधार बनाते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राहुल को लेटर लिखा है। उन्होंने कहा कि देश में कोरोना का खतरा देखते हुए कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाए। अगर गाइडलाइन नहीं अपना पा रहे तो भारत जोड़ो यात्रा स्थगित कर दें। इस लेटर के बाद राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि भाजपा सांसदों और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को राहुल की यात्रा दिख रही है लेकिन भाजपा की जनाक्रोश यात्राएं क्यों नहीं दिख रही? कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राहुल की यात्रा को कोरोना से जोड़ना भाजपा की बौखलाहट को दर्शाता है। भारत जोड़ो यात्रा को जिस तरह जबर्दस्त सफलता मिल रही है, उसको देखकर भाजपा घबरा गई है। डोटासरा ने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा सफलता से राजस्थान से गुजर गई, कहीं काेरोना का एक केस भी सामने नहीं आया। राहुल गांधी को यात्रा रोकने का लेटर लिखने से पहले केंद्र सरकार को राज्य सरकार से जानकारी मांगनी चाहिए थी कि कहीं कोई कोरोना का मामला मिला है क्या? डोटासरा ने कहा कि राहुल गांधी जैसा अपनी यात्राओं में कह रहे हैं कि देश में बोलने का अधिकार छीना जा रहा है। देश में नफरत फैलाई जा रही है। आम आदमी महंगाई की मार से परेशान है। राहुल की ये बातें भाजपा को डरा रही है। इसी डर के कारण अब राहुल की यात्रा को येनकेन प्रकारेण डिस्टर्ब करने की कोशिश हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को राहुल की यात्रा तो दिख रही है लेकिन भाजपा की जनाक्रोश यात्राएं नहीं दिख रही। राहुल को जिस तरह से लेटर लिखा गया, उनको राजस्थान के भाजपा नेताओं को भी लिखना चाहिए था। उधर, भाजपा के जिन तीन सांसदों की मांग पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राहुल गांधी को यात्रा रोकने का लेटर लिखा गया मेघवाल से पूछा गया कि आपने राहुल गांधी की यात्रा को रोकने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा लेकिन भाजपा की जनाक्रोश यात्राओं को लेकर आपका क्या स्टैंड है? इस पर सांसद मेघवाल ने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा में कोरोना के केस सामने आ रहे हैं, इसलिए हमने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को लेटर लिखा था। भाजपा की यात्राओं के लिए उन्होंने कहा कि इस बारे में हमने कोई मांग नहीं उठाई। हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि अगर कोई कोरोना पीड़ित है तो उसको बाकी लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए जनाक्रोश यात्राओं में शामिल नहीं होना चाहिए।

LEAVE A REPLY