इस्लामाबाद। भारतीय सेना की सर्जिकल स्टाइक और पनामा पेपर्स में नवाज शरीफ व उनके परिवार का नाम सामने आने के बाद पाकिस्तान में विपक्षी पार्टियों की तरफ से पाक सरकार की घेरेबंदी करते हुए विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। इसमें सबसे मुखर तौर पर पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी है। इस मुद्दे पर नवाज शरीफ सरकार को हटाने की मांग करते हुए इमरान खान ने इस्लामाबाद में बड़ा विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। इस प्रदर्शन से डरी नवाज शरीफ सरकार ने पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में दो महीनों के लिए राजनीतिक गतिविधियों और प्रदर्शनों पर रोक लगा दी गई है। इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रदर्शन को देखते हुए यह फैसला किया है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के इस्तीफे की मांग को लेकर इमरान ने दो नवंबर को राजधानी की नाकेबंदी का एलान कर रखा है। अब सरकार ने राजधानी में एक जगह पर पांच से ज्यादा लोगों के इक_ा होने और हथियारों के प्रदर्शन पर पाबंदी लगा दी है। सार्वजनिक सभाओं और रैलियों पर भी रोक लगाई गई है। इस बीच इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने इमरान खान की पार्टी से प्रदर्शन के दौरान ऐसा कुछ भी नहीं करने को कहा है कि जिससे राजधानी का सामान्य जीवन प्रभावित हो। प्रदर्शन के नाम पर शहर को बंधक बनाने और आम लोगों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करने की इजाजत नहीं दी जा सकती। अदालत के आदेश के बाद इमरान ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन उनका कानूनी और संवैधानिक अधिकार है। दो नवंबर को पाकिस्तान की किस्मत बदलने से उन्हें कोई ताकत नहीं रोक सकती। इससे पहले 2014 में इमरान की पार्टी ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कई दिनों तक राजधानी को बंधक बना रखा था। इससे जनजीवन खासा प्रभावित रहा।

LEAVE A REPLY