HISTORIC moment for rajasthan tourism, 41 AUSTRALIAN SOLO TOURISTS TO CHARTER BOOK ROYAL TRIAN FOR RS.1.30 CRORES

जयपुर। भारतीय रेल एवं राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) के सौजन्य से विगत छत्तीस वर्षों से भारतीय रेलवे ट्रैक पर दौड़ रही और देश-दुनिया में मशहूर लेजेंडरी अद्वितीय शाही रेलगाड़ी पैलेस ऑन व्हील्स ने अपने गौरवपूर्ण इतिहास में एक नया आयाम जोड़ दिया है।
लेस ऑन व्हील्स के महाप्रबंधक प्रदीप बोहरा ने बताया कि इस शाही रेलगाड़ी के इतिहास में पहली बार आस्ट्रेलिया के 41 “सोलो ट्यूरिस्ट्स” (एकल विदेशी पर्यटक यात्रियों ) ने अनूठी पहल करते हुए पूरी रेलगाड़ी के सभी आधुनिक सुख सुविधाओं से सुसज्जित एवं वातानुकूलित 41 केबिन्स को 1.30 करोड़ रु. जमा करवा कर चार्टर बुक करवाया है उन्होंने बताया कि ये 41 सोलो पर्यटक शाही रेलगाड़ी की सभी केबिन्स का खर्चा स्वयं वहन करेंगे।
मस्त यात्री बुधवार को अपनी गंतव्य यात्रा पर नई दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से जयपुर सवाईमाधोपुर-चित्तौडगढ़-उदयपुर-जैसलमेर-जोधपुर-भरतपुर और आगरा के लिए रवाना हुए हैं एवं अगले बुधवार को वापस नई दिल्ली आएंगे।
रटीडीसी के नई दिल्ली में महा प्रबंधक संजीव शर्मा ने बताया कि शाही रेलगाड़ी इस पर्यटक सत्र (सितम्बर, 2018 से अप्रैल, 2019) के दौरान कुल 34 फेरों की यात्रा पूरी करेगी। शाही रेलगाड़ी को उसके पुराने वैभव एवं परिवेश के अनुरूप नए अवतार में सुसज्जित किया गया है। उन्होंने बताया कि ट्रेन का सितम्बर 2018 व अप्रैल 2019 माह का किराया रियायती दर पर 500 यू एस डॉलर प्रति यात्रा प्रति रात रखा गया है, जबकि शेष माह में 650 यू एस डॉलर (भारतीय रू में लगभग 45 हजार रुपए ) प्रति यात्रा प्रति रात्रि है। माह अक्टूबर 2018 से माह मार्च 2019 तक यह किराया डबल ओक्यूपेंसी में 650 यू एस डॉलर तथा सिंगल ऑक्योपेंसी में 865 यू.एस.डॉलर प्रति यात्रा प्रति रात है ।
ल्लेखनीय है कि पैलेस ऑन व्हील्स ने इस पर्यटन सत्र की अपनी पहली यात्रा गत 5 सितम्बर को रेल्वे बोर्ड के मेंबर गिरीश पिल्लई, अतिरिक्त मेंबर संजीव गर्ग एवं राजस्थान पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक एच गुईटे उपस्थिति में प्रारम्भ की । इस शाही रैलगाडी में 39 डीलक्स एवं 2 सुपर डीलक्स कैबिन है। इस बार पूरी ट्रेन का पुरानी पैलेस ऑन व्हील्स के अनुरूप रंग रोगन करवाया गया है तथा सभी पर्दे,सोफे के कवर,कॉरपेट आदि भी बदले गए हैं। कीचन का भी आधुनिकीकरण किया गया है। ट्रेन में बायो टॉयलेट्स, एल ई डी लाइटें व पेंटिंग्स साथ ही कैबिन्स के नाम भी राज्य की विभिन्न पूर्व रियासतों के नाम पर रखे गये हैं। ट्रेन में दो बार लाउंज महाराजा और महारानी हैं। इसके अलावा रेलगाड़ी में स्पॉ, जिम और अन्य सभी आधुनिक सुख सुविधाएं भी हैं ।

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